जबलपुर। टीकमगढ़ में पत्नी और बच्चों ने मिलकर एक रिटायर्ड प्रधानअध्यापक को बंधक बना रखा है। परिवारजन मिलकर उसे पागल बनाने का प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए उसे इस तरह की दवाएं खिलाईं जा रहीं हैं जो उसकी मानसिक स्थिति खराब कर दें। हाईकोर्ट ने मप्र पुलिस को आदेशित किया है कि वो 13 अगस्त तक रिटायर्ड प्रधान अध्यापक को न्यायालय में पेश करे।
न्यायमूर्ति आरएस झा की एकलपीठ में मामले की सुनवाई हुई। इस दौरान अधिवक्ता आलोक नायक ने पक्ष रखा। उन्होंने बताया कि टीकमगढ़ की निवाड़ी तहसील पोस्ट बाघाट थाना सेंदरी ग्राम बीजौर निवासी मंगल सिंह एक दिन हाईकोर्ट में उनसे मिला था। उसने अपनी आपबीती सुनाई। साथ ही याचिका दायर करने का निवेदन किया। मानवतावश उसकी याचिका तैयार करके दायर कर दी गई। उसके बाद से उसका कोई अतापता नहीं है।
पत्नी-बच्चे करते हैं मारपीट
अधिवक्ता आलोक नायक ने हाईकोर्ट को अवगत कराया कि मंगल सिंह सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक है। उसका आरोप है कि उसकी पत्नी व बच्चे मारपीट करते हैं। वे मिलकर उसे पागल साबित करने में जुटे हैं। इसके लिए सीजेएम कोर्ट में केस भी दायर किया गया था। इसके साथ ही उसके रिटायरमेंट की सारी राशि हड़पना चाहते हैं। संदेह है कि वर्तमान में मंगल सिंह को कहीं बंधक बनाकर रखा गया है।
