बालाघाट में चल रहा था फर्जी वनविभाग

आनंद ताम्रकार/बालाघाट। यहां फर्जी वनविभाग का खुलासा हुआ है। इस फर्जी विभाग के फॉरेस्ट गार्ड जंगल में गश्ती करते हुए पकड़े गए। वो वर्दी में थे। पता चला कि इस तरह की कई भतियां हुईं हैं। पुलिस ने 2 युवतियों एवं 1 युवक को अरेस्ट किया है।

यहां केवल भर्ती घोटाला नहीं बल्कि पूरे विभाग का संचालन हो रहा था। 40 हजार रुपए में वनरक्षक की भर्ती की गई। पहली किश्त के रूप में 10 हजार रुपए वसूले गए और वर्दी थमाकर ट्रेनिंग के लिए भेज दिया गया।

इस फर्जीवाडे का प्रमुख आरोपी फरार हो गया जिसको पकडने के लिये पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने 10 हजार रूपये के इनाम की घोषणा भी कर दी है। प्रथमदृष्टया इस पूछताछ के दौरान इस फर्जीवाडे में लगभग 40 लोगों को पैसा लेकर ऐसा झांसा दिया गया है इसमें और अन्य आरोपियों के शामिल होने की संभावना है।

  • गिरफ्तार आरोपियों में

  1. ग्राम कोस्ते निवासी ममता ठाकरे 30 वर्ष
  2. कोसमी बालाघाट निवासी रेखा चैरसिया
  3. प्रमोद चौधरी शामिल हैं।


सरगना नीरज जैन वारासिवनी के सराफा बाजार में एनजीओ की आड में अनेक संस्थाओं के नाम पर कार्यालय खोलकर बेरोजगार युवक युवतियों को रोजगार दिलाने के लिये ट्रेनिंग कार्यक्रम चला रहा था।

नीरज जैन मुलतः मण्डला जिले के घंसौर का निवासी बताया गया है तथा विगत 5 वर्षो से वारासिवनी में एनजीओ के माध्यम से अपनी गतिविधियां संचालित कर रहा था पुलिस ने संस्था के कार्यालय को सील कर दिया है।

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