भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खास केबीनेट मंत्री नरोत्तम मिश्रा के गृहनगर दतिया में शिवराज सिंह के खिलाफ बुलाया गया कांग्रेस का बंद 100% सफल रहा। अब ये सरकार और संगठन के विचार का विषय है कि जब पूरे प्रदेश के भाजपाई बंद को बिफल बनाने में जुटे थे, मिश्रा जी क्या कर रहे थे।
खबर आ रही है कि दतिया में व्यापमं घोटाले के विरोध में गुरुवार को प्रदेशव्यापी बंद को शहर में जबर्दस्त जनसमर्थन मिला। कांग्रेस, सपा और शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने बाजारों में घूमकर बंद कराया। खास बात यह रही कि प्रदेश के चिकित्सा मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के करीबी माने जाने वाले व्यवसायियों ने भी बंद को समर्थन दिया। इसलिए न सिर्फ दिन भर कारोबार ठप रहा बल्कि शाम को भी लोग चाय-पान के लिए तरस गए।
भाजपा जिलाध्यक्ष जगदीश सिंह यादव, व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष रमेश नाहर से घोषणा की थी कि वह 16 जुलाई को दुकानें खोलने के आव्हान के साथ बाजार में रहेंगे। लेकिन गुरुवार को ऐसा कुछ नहीं हुआ। बंद के दौरान भाजपाई बाजार में नजर नहीं आए। चिकित्सा मंत्री डॉ. मिश्रा के साथ लगभग सभी कार्यक्रमों व भोज में नजर आने वाले एक सैकड़ा से अधिक व्यापारियों ने भी अपने प्रतिष्ठान नहीं खोले। हाल यह रहा कि आमतौर पर बंद के दौरान बाजार में नजर आने वाले मंत्री समर्थक व्यापारी दुकानों तक चाबी लेकर ही नहीं पहुंचे।
अंचल में भी रहा सफल
जिले के कस्बाई क्षेत्रों में भी कांग्रेस का बंद पूरी तरह से सफल रहा। बंद के दौरान सेंवढ़ा, भांडेर, इंदरगढ़ बड़ौनी के बाजार पूरी तरह से बंद रहें। पुलिस व प्रशासन के अधिकारी लगातार बाजार में घूमते रहें। ताकि कांग्रेसी जबरन बंद न करा सकें। लेकिन व्यापारियों ने व्यापमं घोटाले को मौन समर्थन दिया।