मासूम को ट्रेन में लावारिस छोड़कर भाग गए मां-बाप | Gwalior News

ग्वालियर। 6 माह का मासूम बच्चा रोता रहा और निर्दयी मां-बाप उसे ट्रेन में अकेला छोड़कर भाग निकले। बच्चे को रोता-बिलखता देखकर एक चने बेचने वाले युवक का दिल पसीज गया और उसने बच्चे को अपनी गोद में उठा लिया। इसके बाद जब ट्रेन ग्वालियर पहुंची तो इस युवक ने बच्चे को जीआरपी को सौंप दिया।

यह घटनाक्रम मंगलवार को समता एक्सप्रेस का है। दरअसल हजरत निजामुद्दीन से ग्वालियर के लिए मंगलवार की सुबह निकली समता एक्सप्रेस के जनरल कोच में निजामुद्दीन स्टेशन से एक महिला अपने पति के साथ करीब 6 माह का बच्चा गोद में लेकर ट्रेन में चढ़ी। ट्रेन में चढ़ने के बाद पति-पत्नी एक सीट पर बैठ गए। जब ट्रेन रवाना हुई और मथुरा रेलवे स्टेशन पहुंची तो मां ने बच्चे को पिता को सौंप दिया।

वह पानी की बोतल लेकर मथुरा स्टेशन पर उतर गई। ट्रेन मथुरा से चलने लगी, लेकिन महिला नहीं वापस नहीं लौटी। यह देखकर अन्य यात्रियों को कुछ संदेह हुआ, लेकिन किसी ने कुछ कहा नहीं। कुछ समय बच्चे ने रोना शुरू कर दिया, लेकिन उसका पिता उसे अलग-अलग तरह से बहलाता रहा।

जब ट्रेन मुरैना के आगे क्वारी नदी के पुल के करीब से गुजर रही थी तो इसकी गति धीमी हो गई। इसके बाद पिता ने बच्चे को सीट पर बैठा दिया और वह टॉयलेट के पास जाकर खड़ा हो गया, जिससे अन्य यात्रियों को लगा कि वह टॉयलेट गया है। लेकिन कुछ समय बाद अचानक वह चलती ट्रेन से कूद गया।

इसके बाद ट्रेन में मौजूद कुछ युवक पूरा माजरा समझ गए और उन्होंने भी ट्रेन से छलांग लगा दी। उन्होंने बच्चे के पिता के पीछे दौड़ लगाई, लेकिन वह खेत में से होता हुआ भाग गया। इसलिए युवक वापस ट्रेन में चढ़ गए।

यह सब देखकर कोच में मौजूद चने बेचने वाले एक युवक जनक निवासी लक्ष्मणपुरा ने गैस पाइप खोलकर ट्रेन रोक दी। जनक ने बच्चे को संभाला और उसे पानी पिलाया। बच्चा माता-पिता की गैरमौजूदगी में रोए जा रहा था और अन्य यात्री भी उसे चुप कराने में लगे थे।

जब बच्चा चुप नहीं हुआ तो उसके लिए ट्रेन में दूध की भी व्यवस्था की गई। दूध पीकर बच्चा थोड़ा चुप हुआ। इसके बाद जब ट्रेन ग्वालियर पहुंची तो चने बेचने वाले युवक ने बच्चे को जीआरपी को सौंप दिया। जीआरपी ने बच्चे को चाइल्ड लाइन को सौंप दिया गया और चाइल्ड लाइन ने बच्चे को शिशु गृह भेज दिया गया। इस बच्चे का मेडिकल चेकअप बुधवार को करवाया जाएगा।

नहीं हो सकी पहचानः
बच्चे के पास एक थैला भी मिला, जिसमें कपड़े, चिप्स का पैकेट और कुछ अन्य सामान रखे हुए। लेकिन ऐसी कोई वस्तु नहीं मिली, जिससे बच्चे या उसके माता-पिता की पहचान की जा सके।

कहीं अपहरण तो नहीं!
जीआरपी यह भी आशंका जता रही है कि हो सकता है कि बच्चे का अपहरण किया गया हो। अपहरणकर्ताओं को जब लगा हो कि वह पकड़े जा सकते हैं तो वह डर की वजह से बच्चे को ट्रेन में छोड़कर भाग निकले।

इनका कहना है
समता एक्सप्रेस के जनरल कोच में एक 6 माह के बच्चे को महिला-पुरुष छोड़कर भाग गए थे। यात्रियों का कहना है कि वह माता-पिता था। मामले की जांच की जा रही है। हो सकता है कि बच्चे का अपहरण कर लाया जा रहा हो। फिलहाल बच्चे को चाइल्ड लाइन को सौंप दिया गया है।
वीरेन्द्र सिंह चौहान टीआई जीआरपी

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!