सोनीपत। सात माह में वह टूट गई। अंतत: उसी व्यवस्था से न्याय की गुहार लगाते हुए फांसी के फंदे पर झूल गई। पहले दुष्कर्म, फिर समाज, पुलिस व कोर्ट में सवाल, संदेह, जिरह। वह दसवीं की परीक्षा भी नहीं दे सकी। मात्र सत्रह की उम्र में सबकुछ तार-तार हो गया।
शहर के विकास नगर में बृहस्पतिवार को सवाल छोड़ गई पीडि़ता के शव को पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। उससे दुष्कर्म का आरोपी पहले ही गिरफ्तार है। अब उसी के खिलाफ आत्महत्या के लिए विवश करने का मामला दर्ज करने की तैयारी है।
किशोरी ने सात सितंबर, 2014 को महिला थाना में प्रेम नगर निवासी युवक सुनील के खिलाफ भगाकर अंबाला ले जाने और डरा-धमकाकर दुष्कर्म करने का केस दर्ज कराया था। अंबाला में आरोपी पुलिस को देखकर भाग गया था।
रेलवे पुलिस के सहयोग से वह घर लौट सकी। आरोपी आठ सितंबर को काबू कर लिया गया था। मामले के जांच अधिकारी देवेंद्र ने बताया कि अब आरोपी सुनील के खिलाफ ही आत्महत्या के लिए बाध्य करने का केस दर्ज किया जाएगा।
इस बच्ची ने जाते जाते अपने पत्र में क्या लिखा जरा गौर से पढ़ें-
