ग्वालियर। प्लेटफार्म-2 पर गुरुवार सुबह सात बजे पेट दर्द से तड़प रहे एक युवक को इलाज के लिए भेजने की जिम्मेदारी किसकी है यह तय करने में लगे रेलवे अधिकारी और जीआरपी ने पूरे पांच घंटे निकाल दिए। युवक तड़प-तड़पकर दोपहर 12 बजे बेहाेेश हो गया, एक बजे मौत हो गई। इसके बाद चुपचाप जीआरपी ने युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
प्लेटफार्म-2 पर डिप्टी एसएस ऑपरेटिंग कार्यालय के सामने सुबह सात बजे से एक युवक (35) पेट दर्द से तड़पता रहा था। वह दर्द के कारण दोपहर करीब 12 बजे बेहोश हो गया। इसी दौरान एक पॉइंटमैन यहां से गुजरा। युवक की गंभीर हालत देख इसने भी रेलवे अधिकारियों को इसकी सूचना दी। इसके बाद ड्यूटी पर तैनात डिप्टी एसएस कॉमर्शियल ने इसकी सूचना जीआरपी थाने को दी। चूंकि बेहोश व्यक्तियों को आरपीएफ इलाज के लिए भेजती है। इसलिए जीआरपी ने मेमो आरपीएफ को देने को कहा, पर मेमो दोपहर एक बजे दिया।
तब तक युवक की मौत हो गई। सूचना मिलने के बाद जीआरपी स्टाफ ने युवक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। पीआरओ झांसी मंडल रविप्रकाश ने कहा- मामला गंभीर है, जानकारी लेकर कार्रवाई की जाएगी।
रेलकर्मी वहीं से गुजरते रहे पर मदद नहीं की
प्लेटफार्म-2 पर युवक को पेट दर्द से तड़पते हुए देखकर यात्रियों ने इसकी जानकारी रेलवे के अधिकारियों को दी। लेकिन जानकारी मिलने के बाद भी रेलवे अधिकारियों ने कोई मदद नहीं की। वहीं रेल कर्मचारी युवक को नजरअंदाज कर उसके पास से ही निकलते रहे।