पन्ना। पन्ना कलेक्टर आरके मिश्रा पर दैहिक शोषण का आरोप लगाते हुए सेंट्रल स्कूल की प्रिंसीपल ने शनिवार सुबह फिनाइल पी लिया। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रिंसीपल ने बताया कि, कलेक्टर उनकी बात न मानने पर फाइलें रोक देते थे।
प्रिंसीपल के मुताबिक, कलेक्टर उनके स्कूल के चेयरमेन हैं। इसलिए एक काम के सिलसिले में जब वे कलेक्टर के पास गईं, तो उन्होंने शारीरिक संबंध बनाने के लिए बाध्य किया। प्रिंसीपल का आरोप है कि, कलेक्टर ने उन्हें अपने बंगले पर बुलाया और दो बार बेडरूम में लेजाकर शारीरिक संबंध बनाए। इसकी जानकारी कलेक्टर की पत्नी को पता चली, तो वे नाराज हुईं। प्रिंसीपल का कहना है कि, वो कलेक्टर से संबंध नहीं रखना चाहती थी, लेकिन वे उसे और उसके स्टाफ को डराने-धमकाने लगे। इससे परेशान होकर उसने फिनाइल पीया।
पहले भी लगा था आरोप...
आरके मिश्रा पर शारीरिक शोषण का आरोप पहली बार नहीं लगा है। इसके पहले भी उन पर एक महिला ने ऐसा ही आरोप लगाया था। महिला ने बताया कि, कलेक्टर लगातार 4 महीने तक अपने बंगले पर उसका दैहिक शोषण करते रहे। उनकी पत्नी ग्वालियर में रहती है और लड़का बाहर, इसलिए वे बंगले पर अकेले रहते हैं। इस महिला ने पुलिस में भी शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की थी, लेकिन उसे सबूत लाने का कहकर वहां से दफा कर दिया गया था।
पन्ना कलेक्टर को गिरफ्तार किया जाए: के.के. मिश्रा
भोपाल। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता के.के. मिश्रा ने पन्ना कलेक्टर आर.के. मिश्रा के खिलाफ सेन्ट्रल स्कूल, पन्ना की प्राचार्या द्वारा लगाये गये देह शोषण के गंभीर आरोपों के बाद जहर खाकर किये गये आत्महत्या के प्रयास को एक गंभीर घटना बताया है।उन्होंने कहा कि पन्ना में ही पदस्थ एसडीओपी रीता त्रिपाठी द्वारा प्राचार्या के दर्ज किये गये बयान के बावजूद भी कलेक्टर के खिलाफ पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज नहीं करना आश्चर्यजनक है।
मिश्रा ने कहा कि प्रदेश में महिला सुरक्षा को लेकर अगंभीर सरकार के लिए यह एक गंभीर चुनौती है, क्योंकि उच्च शिक्षित क्लास-1 एक महिला प्राचार्या के साथ हुई अश्लील हरकतों को पुलिस प्रशासन गैर जिम्मेदाराना तरीके से ले रहा है तो आम महिलाओं के साथ किस तरह का व्यवहार होता होगा, यह समझ से परे है।