व्यापमं घोटाले में नया खुलासा: राजभवन में पहले से आना जाना था पंकज त्रिवेदी का

भोपाल। व्यापमं घोटाले में एक नया खुलासा हुआ है। राज्यपाल के पूर्व ओएसडी धनराज यादव ने बताया है कि पंकज त्रिवेदी का राजभवन पहले से ही में आना जाना था।

व्यापमं के पूर्व परीक्षा नियंत्रक पंकज त्रिवेदी की चाहत थी कि वह राजभवन के रास्ते किसी विवि में कुलपति बन जाए। यह खुलासा व्यापमं फर्जीवाड़े में गिरफ्तार राजभवन में ओएसडी रहे धनराज यादव ने किया हैं। एसटीएफ सूत्रों के अनुसार पंकज त्रिवेदी राजभवन आता-जाता था। धनराज यादव से उसने पहले दोस्ती जमाई।

उसने अपनी इच्छा बताई और उसके बाद धनराज ने कुछ सिफारिशें उसे दी। मध्यस्थता और उम्मीदवार जुटाने का काम विदिशा बहुजन समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष राधारमण अहिरवार को दिया गया था। उसने करीब 8-10 अभ्यर्थियों से पैसा लेकर परीक्षाओं में पास कराने का सौदा किया था।

लालच में दिया साथ
राधारमण लोगों के बीच अपना कद बढ़ाने के लिए विश्वविद्यालय कार्य परिषद का सदस्य बनना चाहता था। इसके लिए वह धनराज यादव की मदद से इंदौर स्थित देवी अहिल्या बाई विवि और बीयू में फॉर्म भी भर चुका था।

उप्र से आते थे स्कोरर
धनराज के पास उप्र के कई स्कोरर है जो उसके राजभवन की तैनाती के झांसे में आकर परीक्षाओं में बैठे थे। एसटीएफ को यह भी पता चला है कि यह सारी कोशिशें मिलीभगत से चल रही थीं। इसके अलावा राधारमण का ग्वालियर, मुरैना और भिंड में काफी दखल होने की जानकारी मिली है।

दूसरी परीक्षाओं में फंस सकता है धनराज
एसटीएफ पंकज त्रिवेदी और धनराज का आमना-सामना भी करा सकती है। सूत्रों ने बताया धनराज ने संविदा शाला शिक्षक वर्ग, पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा के अलावा दूसरी परीक्षाओं में भी गड़बडियां की हैं। एसटीएफ सभी दस परीक्षाओं के मामले में भी धनराज की भूमिका का पता लगा रही है।

धनराज की अर्जी खारिज
भोपाल. पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा घोटाले के मामले में अदालत ने राज्यपाल के ओएसडी रहे धनराज यादव को 21 अप्रैल तक न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है। मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी पंकज सिंह माहेश्वरी ने बुधवार को धनराज की जमानत अर्जी खारिज कर यह आदेश दिए। एसटीएफ ने एक दिन की रिमांड अवधि समाप्त होने के बाद धनराज को अदालत मे पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजने की मांग की, जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया। अदालत ने कहा कि मामला गंभीर प्रकृति का है इसलिए जमानत का लाभ नहीं दिया जा सकता।

एसटीएफ के पास नहीं हैं दस्तावेजी सबूत
सुनवाई के दौरान धनराज की ओर से दलील दी गई कि एसटीएफ के पास उसके खिलाफ कोई दस्तावेजी साक्ष्य नहीं है। केवल व्यापमं के पूर्व सिस्टम एनालिस्ट नितिन मोहिन्द्रा के कम्प्यूटर से जब्त डाटा के आधार पर मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इसी आधार पर संविदा शिक्षक वर्ग 2-3 परीक्षा घोटाले के मामले में हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत मिली है।

पिता-पुत्र को जेल भेजा
पीएमटी -2012 परीक्षा में पैसे देकर चयनित हुए पीपुल्स मेडिकल कॉलेज के छात्र उप्र निवासी इकबाल बांका और उसके पिता जेएम सिद्दीकी को अदालत ने 25 अप्रैल तक न्यायिक अभिरक्षा मे जेल भेज दिया है।

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