भोपाल। अंतत: केन्द्र सरकार के खिलाफ मध्यप्रदेश सरकार उपवास पर बैठ ही गई। शिवराज सरकार मध्यप्रदेश में ओलापीड़ित किसानों के लिए 5000करोड़ के विशेष पैकेज की मांग कर रही है जो केन्द्र ने अभी तक मंजूर नहीं किया है।
उपवास पर बैठे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा किसानों की इस तकलीफ में प्रदेश सरकार उनके साथ है, लेकिन बड़े दु:ख के साथ कहना पड़ रहा है कि केंद्र अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ रही है। उन्होंने कहा कि यह उपवास शिवराज सिंह या उनके मंत्रीमंडल का नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश का है। संकट की घड़ी में पूरा प्रदेश एक साथ खड़ा है। उन्होंने कांग्रेस पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि, हम खेतों में जाकर किसानों की फसलें देख रहे हैं, तो कांग्रेस उसे ओला पर्यटन कहकर व्यंग्य मार रही है। जबकि आपदा के समय राजनीति नहीं होनी चाहिए।
शिवराज सिंह ने कहा कि हम शुद्ध गांधीवादी तरीके से केंद्र सरकार से विशेष पैकेज देने का आग्रह कर रहे हैं। संकट की घड़ी में हम किसी के खिलाफ नहीं हैं, हम तो विनम्रता से केंद्र का ध्यान आकर्षित कराना चाहते हैं। शिवराज ङ्क्षसह ने दो टूक कहा कि हम भारी मन से उपवास पर बैठे हैं। हम अपने अन्नदाता की सहायता के लिए चाहे कितना भी आगे जाना पड़े, जाएंगे। अन्याय सहना भी पाप है। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से ओले पर राजनीति न करते हुए सहयोग की अपील की।