भोपाल। जब पूरे देश भर की विधानसभाओं और लोकतंत्र के मंदिर कहे जाने वाले सदनों के भीतर नंगानाच, चाकू, हाथाईपाई चल रहे हों तो मध्यप्रदेश की विधानसभा इससे अछूती कैसे रह सकती है। ग्रीष्मकालीन सत्र में इस प्रक्रिया का उद्घाटन हो गया।
फसल बीमा योजना के बहाने भाजपा और कांग्रेस के विधायक आमने सामने आ गए। किसानों का दर्द भुलाकर दोनों दल एक दूसरे पर तानों की बौछार करने लगे। इसी बीच जबलपुर पश्चिम से कांग्रेस के विधायक तरुण भनोत और उज्जैन दक्षिण से भाजप विधायक मोहन यादव आपस में उलझ पड़े। दोनों ने बाहें चढ़ाईं और विधानसभा सदन में ही पहलवानी करने की तैयारी करने लगे।
वो तो भला हो उच्च शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता और अन्य विधायकों का जिन्होंने दोनों पहलवान विधायकों को मध्यप्रदेश की गरिमा याद दिला दी और मामला नेशनल मीडिया की सुर्खियों का विषय बनने से बच गया।