राजधानी में घरेलू और व्यावसायिक उपयोग हेतु कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी) और पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी) मिलने का रास्ता साफ हो गया है। यह सप्लाई मल्लावरम-भोपाल-भीलवाड़ा-विजयनगर पाइप लाइन के जरिए होगी।
इस प्रोजेक्ट के लिए पाइप लाइन बिछाने का काम जोर-शोर से चल रहा है। यह जानकारी केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री डॉ. वीरप्पा मोइली ने मप्र के गृह मंत्री बाबूलाल गौर को उनके एक पत्र के उत्तर में दी।
तेल कंपनियों की मानें तो इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद वर्ष 2016 में ही राजधानी में सीएनजी और पीएनजी की सप्लाई संभव होगी। मोइली ने बताया कि इस पाइपलाइन के जरिए भोपाल सहित इंदौर, ग्वालियर और देवास में भी घरेलू और व्यावसायिक उपयोग हेतु इन दोनों गैस की आपूर्ति होगी।
उल्लेखनीय है कि गौर ने मांग की थी कि जगोती-पीथमपुर पाइपलाइन की ब्यावरा स्थित मुख्य गैस ग्रिड से जोड़कर भोपाल में भी सीएनजी और पीएनजी की आपूर्ति की जाए। पेट्रोलियम मंत्री ने जवाबी पत्र में कहा है कि पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस विनियामक बोर्ड ने भोपाल को उन शहरों में शामिल कर लिया है, जहां गैस की सप्लाई होनी है।
यूरो-4 ईंधन अगले साल से राजधानी में अगले साल से पेट्रोल पंपों पर यूरो-4 मानकों के अनुरूप पेट्रोल-डीजल मिलने लगेगा। तेल कंपनियां पेट्रोल-डीजल के उत्सर्जन के मानकों को अंतरराष्ट्रीय स्तर के अनुरूप बनाने के लिए यह कदम उठाने जा रहीं हैं। हाल फिलहाल राजधानी में यूरो-3 मानक का पेट्रोल और डीजल मिलता है।