भोपाल। मंत्रालय से रिटायर हुए पिता और मां की मौत हो जाने के बाद भी उनके बेटे ने लगातार बीस साल तक पेंशन ली। आरोपी बोर्ड आॅफिस का रिटायर्ड क्लर्क है, उसने पेंशन लेने के लिए फर्जी मां का सहारा लिया।
यह राज तब खुला, जब पुलिस ने मकान बेचने में ठगी की जांच की। पुलिस ने आरोपी को गिरμतार कर लिया है, जबकि उसका साथ देने वाली फर्जी मां फरार है। घटना हबीबगंज इलाके की है। बोर्ड कॉलोनी निवासी बद्रीनारायण चौकसे (65 वर्ष) बोर्ड आॅफिस से क्लर्क के पद से रिटायर हुआ है। बद्रीनारायण के पिता की मौत पच्चीस वर्ष पहले हो चुकी है। उनके पिता वल्लभ भवन में पदस्थ थे। पिता की मौत के बाद बद्री नारायण ने अपनी मां के नाम पर पेंशन शुरू करवा ली और जबकि उसकी मां की मौत पूर्व में ही हो चुकी थी, नकली मां के सहारे वह पिता की पेंशन 20 वर्ष से ले रहा था।
मामले का खुलासा तब हुआ, जब बद्री नारायण ने अपने एक मकान को कई लोगों को बेच दिया। मकान खरीदने वाले जब मकान पर कब्जा लेने पहुंचे, तो मकान पर कई लोगों ने अपना अधिकार जमाया। इस पर एक युवक ने हबीबगंज पुलिस थाने में की। पुलिस ने जांच की, तो कई खुलासे हुए। टीआई जीपी अग्रवाल के मुताबिक बद्री नारायण से उनके मृत माता-पिता के विश्राम घाट और नगर निगम वाले प्रमाण पत्र मिले। बद्रीनारायण पूछताछ की, तो उसने पेंशन और एक मकान को कई लोगों को बेचने वाली बात स्वीकार कर ली।