सिंगरौली में पुलिस के खिलाफ भड़की पब्लिक, गाड़ियां जलाईं, पुलिस ने गोलियां चलाईं

सिंगरौली| मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में एक युवक की संदिग्ध हालत में हुई मौत को लेकर भड़की हिंसा के बाद पुलिस द्वारा की गई फायरिंग में एक युवक की मौत हो गई, वहीं बिगड़ते हालात पर काबू पाने के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है।

जानकारी के अनुसार, बैरन थाना क्षेत्र के बिलौजी गांव के एक युवक अखिलेश शाह को पुलिस ने एक मामले में हिरासत में लिया था, मगर शुक्रवार को उसका शव एक कुएं में मिलने पर लोगों का गुस्सा भड़क उठा।

भीड़ ने बैरन थाने का घेराव कर पथराव शुरू कर दिया। इतना ही नहीं भीड़ जिला मुख्यालय में सड़क पर उतर आई। पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया। इसके बाद मौके पर पहुंचे अफसरों की गाड़ी में भीड़ ने आग लगा दी। पुलिस ने भीड़ पर गोलियां भी चलाई हैं। कई प्रदर्शनकारियों को गोली लगी है।

जिलाधिकारी एमएम सेलवेंद्रन ने बताया कि हालात पर काबू पाने के लिए शहर के तीन थाना क्षेत्रों मे कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। इसके अलावा कितने लोग घायल हुए हैं, इसका ब्योरा उनके पास नहीं है। बिगड़ते हालात पर काबू पाने के लिए आसपास के जिलों से अतिरिक्त पुलिस बल बुला लिया गया है। घायलों का जिला चिकित्सालय में उपचार चल रहा है।

वहीं भोपाल में भारतीय जनता पार्टी के पदेश प्रवक्ता बिजेंद्र सिंह सिसौदिया ने बताया है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना को गंभीरता से लेते हुए न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं। पुलिस की फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत हो गई है। भोपाल में पुलिस मुख्यालय में हालात पर चर्चा के लिए पुलिस महानिदेशक नंदन दुबे ने वरिष्ठ अधिकारियो के साथ बैठक की। रीवा के पुलिस महानिरीक्षक आरके गुप्ता को सिंगरौली भेजा गया है।

विधानसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने सिंगरौली की घटना को दुखद करार देते हुए पुलिस अधीक्षक को हटाकर न्यायिक जांच कराने की मांग की है। साथ ही मृतक के परिजनों को पांच लाख की आर्थिक मदद की सरकार से मांग की है। कांग्रेस की ओर से हालात की जांच के लिए विधायक सरस्वती देवी को भेजा जा रहा है।


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