राजेश निगम/लवकुश नगर/छतरपुर। निकटवर्ती गाँव मिड़का में विषाक्त प्रसाद खाने से एक सैकड़ा से ज्यादा लोग बीमार पड़ गए। उन्हें उल्टी दस्त की शिकायत होने के कारण गाँव में अफरा- तफरी का माहौल बन गया। इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लवकुश नगर और उत्तर प्रदेश के महोबा जिले के साथ ही स्थानीय स्तर पर इलाज मुहैया कराया गया।
लवकुश नगर से लगभग 12 किमी दूर मिड़का बम्होरी गाँव में स्थित हनुमान मंदिर में आज सुबह गाँव के दयाराम रजक ने प्रतिवर्ष की तरह आषाढ़ में पूजन अर्चना की व्यवस्था की थी। जिसमे गाँव की कन्याओं के साथ ही बड़ी संख्या में गाँव के लोग शामिल हुए थे। पूजा के बाद गाँववालों को प्रसाद वितरण किया गया। खोवा से बने प्रसाद को खाने के कुछ देर बाद बच्चों को उल्टी -दस्त की शिकायत होने लगी। देखते ही देखते बड़े बुजुर्ग भी इस विषाक्त प्रसाद के शिकार होने लगे। गाँव में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
गाँव की खुश्बू राजपूत,ओमकार राजपूत ,राजकुमार श्रीवास ,रानी श्रीवास,शुगर सिंह,जयदेवी राजपूत,प्रमोद श्रीवास,रिंकू श्रीवास,अंकित श्रीवास ,सहित लगभग पाँच दर्जन से ज्यादा लोगों को इलाज के लिए एम्बुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लवकुश नगर लाया गया .साथही दो दर्जन लोगों को उत्तर प्रदेश के महोबा जिला अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया . शेष कुछ लोगों का इलाज स्वास्थय केंद्र लवकुश नगर से गयी डॉ .वी डी .मिश्रा की टीम ने गाँव में ही इलाज किया .
कैसे बना विषाक्त प्रसाद
महोबा से प्रसाद बनाने के लिए दयाराम रजक कल शाम को खोवा लाया था .जिससे निर्मित प्रसाद सुबह लोगों को वितरित किया गया .जिससे ये स्थिति निर्मित हो गयी .जिसमे सबसे ज्यादा शिकार बच्चे हुए .बच्चों के साथ ही महिलाये व पुरुषों को भी उलटी दस्त की शिकायत हुई .महोबा मंदी से लाया गया खोब संभवतया मिलावटी और पुराना था .जो विषाक्तता का कारण बना .
स्थिति सामान्य है: डॉ शाक्यवार
उलटी दस्त के शिकार हुए लोगों की जानकारी मिलते ही स्वस्थ्य टीम अपनी तैयारी में थी .लोगों के अस्पताल में आने के साथ ही उनका इलाज शुरू हो गया था .अब सभी स्वथ्य हैं .कुछ लोगों को डिस्चार्ज भी कर दिया गया है .लगभग 100 लोगों के विषाक्त प्रसाद खाने से फ़ूड पोईजनिंग का शिकार होने की जानकारी मिली है .एक टीम ने गाँव में जा कर स्थिति पर नियंत्रण किया है।
प्रशासन के भी हाथ पैर फूल गए
सुबह शुरु हुए इस घटना क्रम पर प्रशासनिक अधिकारीयों की नजर रही स्वयं अनुविभागीय अधिकारी के एल साल्वी , तहसीलदार यू सी .मेहरा , नायब तहसीलदार बी .के. अग्रवाल पूरे समय अस्पताल में रहे भी .घटना की गम्भीरता को देखते हुए घटना स्थल पर जा कर वास्तु स्थिति का जायजा लिया . स्थानीय विधायक नाती राजा और कांग्रेस नेता शंकर प्रताप सिंह ने भी अस्पताल पहुँच कर लोगो का दुःख दर्द जाना।