भोपाल। नगरनिगम भोपाल की योजना के तहत जमींदोज की जा रहीं बूढ़ी पानी की टंकियों को की श्रंखला के पहले दिन आज जब आनंदनगर की टंकी को गिराया गया तो उसके मलबे में दबकर करीब 15 लोग घायल हो गए।घायलों में नगर निगम सभापति कैलाश मिश्रा भी शामिल हैं, जबकि महापौर कृष्णा गौर इस हादसे में बाल बाल बचीं।
सनद रहे कि साईनगर की टंकी के हादसे में हुई 7 गरीबों की मौत के बाद अचानक हरकत में आए नगर निगम ने 21 नवम्बर को यह निर्णय लिया कि चिन्हित 37 टंकियों को जमींदोज कर दिया जाए। आनन फानन में इस निर्णय का पालन शुरू किया गया एवं इन्दौर से बुलाए गए डायनामाइट स्पेशलिस्ट शरद सरवटे ने आज सुबह से ही कार्रवाई शुरू कर दी।
इस कार्रवाई के दौरान दोपहर बाद आनंद नगर की जर्जर हो चुकी पानी की टंकी को गिराने की प्रक्रिया प्रारंभ की गई। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान वहां पर किसी भी प्रकार के सुरक्षा इंतजाम नहीं थे। चंद नगरनिगम कर्मियों के सहारे दिनदहाड़े टंकी को जमींदोज करने की प्रक्रिया को अंजाम दिया जा रहा था।
विस्फोट से उड़ने जा रही टंकी को देखने के लिए वहां भारी भीड़ मौजूद थी। इतना ही नहीं काफी संख्या में मीडियाकर्मी भी वहां मौजूद थे। कार्रवाई को पहुंची टीम ने इस बात की कोई परवाह नहीं की कि टंकी का मलवा कितनी दूर तक गिरेगा एवं विस्फोट कर दिया गया।
इस विस्फोट के साथ ही मलवा भरभराकर नीचे गिरा जिसमें दबकर करीब 15 लोग घायल हो गए। पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई। वहां प्राथमिक चिकित्सा के भी कोई इंतजाम न होने के कारण पब्लिक सपोर्ट के चलते घायलों को इलाज उपलब्ध कराया गया।