नास्त्रेदमस का नाम हर कोई जानता है लेकिन जो नहीं जानते उनके लिए बता दें कि नास्त्रेदमस का जन्म 14 दिसंबर 1503 को फ्रांस के एक छोटे से गांव में हुआ था। 16 शताब्दी में उन्होंने कविताओं के जरिए दुनिया के भविष्य के बारे में कई भविष्य वाणियां की थीं। नास्त्रेदमस की लिखी हुई कई भविष्यवाणियां बिल्कुल सच साबित हुई हैं। कुछ झूठ भी निकलीं और कुछ ऐसी हैं जिन पर दुनिया भरोसा करने को तैयार ही नहीं। जैसे उन्होंने लिखा है कि सूरज पर भूकंप आएगा। लोग मानने को तैयार ही नहीं कि ऐसा भी हो सकता है। नास्त्रेदमस ने लिखा था कि 2012 में दुनिया खत्म हो जाएगी लेकिन इससे मिलता जुलता भी कुछ नहीं हुआ।
2018 के लिए क्या लिखा था
नास्त्रेदमस ने 2018 के लिए जो भविष्यवाणियां की हैं, उनमें कई भयावह घटनाओं की भी भविष्यवाणियां की हैं। नास्त्रेदमस के मुताबिक, 2018 में मृत आत्माएं अपनी कब्र से बाहर आ जाएंगी और दुनिया में काफी उथल-पुथल मचेगी। नास्त्रेदमस ने 2018 में कई प्राकृतिक आपदाओं की भविष्यवाणी की है।
नास्त्रेदमस ने अपनी किताब 'द प्रोफेसीज' में तीसरे विश्व युद्ध की भविष्यवाणी की है। नास्त्रेदमस ने वैश्विक व्यवस्था में एक बड़े फेरदबदल की भविष्यवाणी की है। नास्त्रेदमस ने भविष्यवाणी के मुताबिक, तीसरा विश्व युद्ध केवल दो और दो से ज्यादा देशों में नहीं बल्कि दो दिशाओं के बीच का होगा यानी पूरब और पश्चिम के बीच। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि अमेरिका और उत्तर कोरिया में युद्ध छिड़ सकता है।
नास्त्रेदमस भविष्यवाणी के मुताबिक, आदमी आदमी को मार रहे होंगे और युद्ध के अंत में कुछ लोग ही शांति का आनंद उठाने के लिए बचेंगे। आसमान से उड़ती हुई आग की गेंदे गिरेंगी और लोग असहाय हो जाएंगे। उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के न्यूक्लियर मिसाइल्स परीक्षणों से लगातार यह डर बना ही हुआ है।
2018 में कई विनाशकारी भूकंप आएंगे। चीन भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं से सबसे ज्यादा प्रभावित होगा और कई हजार मौतें होंगी। 2018 की सर्दी में पैसिफिक की बेल्ट में ज्वाला उठेगी और कई भूकंप और ज्वालामुखी अपना कहर बरसाएंगे। दुनिया के कई हिस्सों में बाढ़ भी आएगी जिससे आतंक मचेगा। चीन, जापान और ऑस्ट्रेलिया में टाइफून आएगा। रूस मौसम और बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित होगा।
नास्त्रेदमस ने अपनी किताब 'द प्रोफेसीज' में लिखा है, राजा जंगलों को चुरा ले जाएगा, आसमान खुल जाएगा, ताप से सभी खेत जल जाएंगे। कई विद्वानों ने नास्त्रेदमस की इस भविष्यवाणी की व्याख्या ओजोन छिद्र के बड़ा होने और जंगल के विनाश से की है जिससे पृथ्वी सौर विकिरण से प्रभावित होगी।
विसुवियस में आग उठेगी जिससे पूरा इटली हिल जाएगा। इटली के भू वैज्ञानिकों की मानें तो विसुवियस एक सक्रिय ज्वालामुखी से बढ़कर है। 2018 के अंत तक इसके फटने की संभावना है या फिर 2019 की शुरूआत में। अभी तक इतिहास में यह केवल दो बार फटा है।
में पटरी पर लौटगी जिंदगी
फ्रेंच भविष्यवक्ता ने तीसरे विश्व युद्ध की घोषणा की है जिसमें खूब खून-खराबा और विनाश होगा। उन्होंने इस युद्ध के अंत की भी भविष्यवाणी की है। उनके मुताबिक, 2025 में दुनिया में फिर से शांति स्थापित होगी। हालांकि इस शांति युग का आनंद उठाने के लिए दुनिया में कुछ लोग ही बचेंगे।
सच साबित हुई हैं ये भविष्यवाणियां
नास्त्रे दमस की जो भविष्यवाणियां सच साबित हुई हैं उनमें द्वितीय विश्व युद्ध, परमाणु बम, अमेरिका में 9/11 आतंकी हमला और हिटलर के उदय के बारे में कहा गया था। बताया जा रहा है कि नास्त्रे दमस के पास एक बार एक नौजवान युवक आया तो उन्होंने उसे झुककर प्रणाम किया। इस उनके दोस्त हैरान हुए और युवक के अभिवादन का कारण पूछा तो नास्त्रेदमस ने बताया कि यह शख्स आगे चलकर पोप बनेगा। वह युवक आगे चलकर 1558 में पोप चुना गया। इतना ही नहीं नास्त्रेदमस ने जिस तरह से अपने मौत की भविष्यवाणी की उससे पूरा यूरोप हैरान रह गया।
कुछ झूठ भी निकली हैं
नास्त्रेदमस अपनी रोचक और डरावनी भविष्यवाणी के लिए चर्चा में आ चुके हैं। ऐसा कहा जाता है कि उनकी कई भविष्यवाणियां सच साबित हुई हैं लेकिन कुछ भविष्यवाणी ऐसी भी हैं जो गलत साबित हुई हैं। शोध करने वालों के अनुसार, नास्त्रेदमस ने लिखा था कि 21 दिसंबर 2012 को दुनिया का अंत हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। नास्त्रेदमस ने सूरज पर भूकंप आने की भी बात लिखते हैं जो कि संभव नहीं है। इसलिए लोग नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियों को सच मानने की बजाए रोचक ऐलानों के रूप में लेते हैं।
नास्त्रेदमस ने 2017 के बारे में की थीं ये भविष्यवाणियां
1- दुनिया में आर्थिक विषमता दूर करने के लिए चीन कोई बड़ा कदम उठा सकता है। नास्त्रेदमस के मुताबिक, इस कदम के बहुत दूरगामी प्रभाव होंगे। पिछले कुछ दशकों में जिस तरह से चीन का आर्थिक प्रभाव बढ़ा उससे व्याखा करने वाले नास्त्रेदमस की बात को सही मान रहे हैं।
3- साल 2017 में लैटिन अमेरिकी देशों में बड़े बदलाव का साल होगा। नास्त्रेदमस के मुताबिक, इस साल कई लैटिन अमेरिकी देश वामपंथी राजनीति से दूर हो जाएंगे। हालांकि इस कारण क्षेत्र में राजनीति और सामाजिक गतिरोध हो सकता है।
4- नास्त्रेदमस के मुताबिक, 2017 में घटते संसाधनों और ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण युद्ध की स्थितियां बन सकती हैं। हालांकि, दुनिया को अभी भी सबसे ज्यादा खतरा आतंकवाद और जैविक हमलों से होगा।