नई दिल्ली। शास्त्रों में कहा गया है कि व्यक्ति को यथासंभव कर्ज लेने से बचना चाहिए, लेकिन अधिकांश लोगों को कभी न कभी कर्ज लेना ही पड़ता है। मकान बनाने, वाहन खरीदने, संतानों की शिक्षा के लिए, गृह उपयोगी वस्तुओं के लिए, व्यापार के लिए, बीमारी के इलाज के लिए ऐसे अनेक कारण हैं जिनके कारण व्यक्ति को कर्ज लेना पड़ता है। और फिर उसे चुकाने के लिए व्यक्ति का पूरा जीवन चला जाता है, और कर्ज बढ़ता जाता है। शास्त्रों में कर्ज मुक्ति के कई उपाय बताए गए हैं। यदि उन्हें पूर्ण श्रद्धा भाव से किया जाए तो कर्ज से मुक्ति संभव हो जाती है और व्यक्ति के पास धन संचय होने लगता है। यहां कुछ उपाय बताए जा रहे हैं जिन्हें करके आप भी कर्ज मुक्त हो सकते है।
कर्ज मुक्ति मंत्र
ओम ऋण मुक्तेश्वर महादेवाय नमः
ओम मंगलमूर्तये नमः
ओम गं ऋणहर्तायै नमः
इनमें से किसी भी एक मंत्र की प्रतिदिन एक माला उत्तराभिमुख होकर जपें। सामने गणेशजी की प्रतिमा जरूर हो।
कर्ज मुक्ति के लिए इन बातों का ध्यान रखें
1. मंगलवार को कर्ज न लें और लिए हुए कर्ज की पहली किस्त मंगलवार से देना शुरू करें।
2. कर्ज मुक्ति के लिए ऋणमोचक मंगल स्तोत्र का नियमित पाठ करें
3. मंगलवार को लाल मसूर की दाल दान दें।
4. घर के ईशान कोण को हमेशा साफ रखें। यहां एक कांच के बर्तन में शुद्ध जल भरकर रखें और उसमें एक लाल गुलाब का पुष्प डालें। पानी और फूल प्रतिदिन बदलें।
5. ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र का पाठ शुक्लपक्ष के बुधवार से प्रारंभ करके प्रतिदिन करें।
घी शक्कर मिलाकर गाय को खिलाएं
बुधवार को सवा पाव मूंग उबालकर घी शक्कर मिलाकर गाय को खिलाएं।
सरसो का तेल मिट्टी के दीये में भरकर उसको उपर से बांधकर किसी नदी या तालाब के किनारे जमीन में गाड़ दें।
सर्व सिद्धि बीसा यंत्र धारण करें।
श्रीयंत्र की नियमित पूजा करें। घर के पूजा स्थान या दुकान के गल्ले में रखें।
मंगलवार को शिवलिंग पर मसूर की दाल ओम ऋण मुक्तेश्वर महादेवाय नमः बोलकर अर्पित करें।
दक्षिणावर्ती शंख को पूजा स्थान में कच्चा दूध भरकर रखें। उस पर लाल गुलाब का पुष्प अर्पित करें।
सात गोमती चक्र शुक्रवार को लक्ष्मी की मूर्ति के सामने रखें और लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखें।
ऋणमोचक मंगल यंत्र घर में करें स्थापित
कर्ज से मुक्ति दिलाने में ऋणमोचक मंगल यंत्र सर्वश्रेष्ठ माना गया है। इस यंत्र को घर के पूजा स्थान में मंगलवार को स्थापित करें। प्रतिदिन ऋणमोचक मंगल स्तोत्र का पाठ करें। इस यंत्र को अष्टधातु पर बनवाएं। या भोजपत्र पर केसर की स्याही और अनार की डंडी की कलम बनाकर उकेरें। फिर 108 बार ओम ऋणहर्तायै नमः मंत्र का जाप करें। प्रतिदिन धूप-दीप लगाएं। लाल फूल अर्पित करें। शीघ्र ही कर्ज से मुक्ति मिलने लगती है। घन का आगमन सुगम होता है। जिन पर कर्ज नहीं है वे भी यदि इस यंत्र की पूजा करे तो उनके घर में धन आगमन के रास्ते खुलने लगते हैं।