भोपाल। मध्य प्रदेश में लोकायुक्त ने भोपाल जिले की ग्राम पंचायत बोरदा के पंचायत सचिव को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। ग्राम पंचायत बोरदा के सचिव भगवान सिंह कीर ने दो सफाई कर्मचारियों से नियुक्ति के लिए 40 हजार रुपए की घूस मांगी थी।
परंतु रिश्वत न मिलने पर 14 दिन के अंदर ही सरपंच के माध्यम से दोनों को हटा दिया। बाद में दोनों को पुनः पद पर नियुक्त के लिये तुरंत रुपये देने का बोला गया। दो किश्तों में 20-20 हजार रुपये देना तय हुआ। फरियादी ने इस मामले में आवेदन द्वारा लोकायुक्त से शिकायत की। सत्यापन में शिकायत सही पाए जाने पर बुधवार को लोकायुक्त एसपी मनु व्यास ने निरीक्षक रजनी तिवारी की अगुआई में टीम को कार्रवाई के लिए मौके पर भेजा था।
बृजेश थावली ने सचिव भगवान सिंह कीर रिश्वत की रकम देने के लिए न्यू मार्केट के गैमन इंडिया के सामने बुलाया। जब भगवान सिंह पहुंचा तो बृजेश थावली से उसे बीस हजार रुपये दिए। उसके द्वारा रुपये लेते ही छिपकर खड़ी लोकायुक्त की टीम ने उसे दबोच लिया। उसके हाथ धुलवाए गए, तो वह रंगीन हो गए। बाद में उस पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर लिया गया। इस मामले में बोरदा के सरपंच की भूमिका भी संदिग्ध मिली है। लोकायुक्त टीम इसकी जांच कर रही है।