सरदार सरोवर बांध के कारण मप्र में भूकंप के झटके | MP NEWS

बड़वानी। ग्रामीण लगातार शिकायत कर रहे थे कि उन्हे भूकंप के झटके महसूस हो रहे हैं पंरतु कोई उनकी बात पर ध्यान देने तैयार ही नहीं था। आज जब गृहमंत्री बाला बच्चन के पैर के नीचे की जमीन हिली तो कलेक्टर की कुर्सी भी हिल गई। प्राथमिक जांच के दौरान पाया गया है कि गुजरात को पानी उपलब्ध कराने के लिए बनाए गए सरदार सरोवर बांध के कारण मप्र में भूकंप के झटके आ रहे हैं। 

आज दोपहर बड़वानी जिले के राजपुर अनुविभाग के ग्राम भमौरी में पत्रकारों से चर्चा में श्री बच्चन ने कहा कि सरदार सरोवर परियोजना के बैक वाटर के चलते राजघाट स्थित नर्मदा नदी का जलस्तर 134 मीटर तक पहुंच चुका है जिसकी वजह से राजपुर अनुविभाग के करीब एक दर्जन गांव में भूकंप के तीव्र झटके महसूस हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर आए थे गृहमंत्री

श्री बच्चन ने बताया कि उन्होंने कल मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर राजपुर अनुविभाग के आंवली, मोहीपुरा, छोटा बड़दा, दतवाड़ा आदि का ग्रामों दौरा किया था और आज सिंगुन, उमरिया, साकड़ मंदिल का दौरा कर नागरिकों से चर्चा की।

गृहमंत्री की मौजूदगी में धमाका हुआ और जमीन थर्राई

उन्होंने बताया कि आज जब वह भमोरी में ग्रामीणों से चर्चा कर रहे थे, तब जोर का धमाका हुआ और अफरा-तफरी का माहौल हो गया। इसके अलावा अन्य ग्रामों के नागरिकों ने उन्हें भूकंप के चलते दरार आने, प्लास्टर गिरने, बर्तन गिरने और यहां तक कि एक स्थान पर मंदिर तक धंस जाने की घटना बताई।

सरदार सरोवर बांध खाली करना होगा

श्री बच्चन ने कहा कि गत 9 अगस्त से जारी घटनाओं के चलते ग्रामीण दहशत में है और उनकी आजीविका खतरे में पड़ रही है। श्री बच्चन ने कहा कि वह इस संबंध में विभिन्न रिकॉर्ड समेत तैयार की जा रही रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपेंगे। उन्होंने कहा कि वे मध्य प्रदेश सरकार के माध्यम से केंद्र सरकार से आग्रह करेंगे कि सरदार सरोवर बांध से लगातार पानी छोड़कर मध्यप्रदेश के क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति समाप्त की जाये।

जूलॉजिकल सर्वे में पहले ही बताया जा चुका था

उल्लेखनीय है कि नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेत्री मेधा पाटकर ने भी क्षेत्र में हो रही घटनाओं के लिए सरदार सरोवर के बैक वाटर को जिम्मेदार ठहराया था। जिला कलेक्टर के आग्रह पर जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम में क्षेत्र का निरीक्षण कर जमीन के अंदर से एक्यूफर से गैसेस रिलीज होने को घटनाओं का कारण बताते हुए अपनी जांच रिपोर्ट नागपुर स्थित उच्च प्रयोगशाला को प्रेषित कर दी थी। सुश्री पाटकर ने वैज्ञानिकों से मुलाकात कर घटनाओं को सरदार सरोवर से जोड़कर बताया था। घटनाओं के चलते जिला कलेक्टर अमित तोमर ने पुनः जियोलॉजिकल सर्वे दल को क्षेत्र में भेजने का आग्रह किया है। 

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