जबलपुर। जबलपुर-हबीबगंज के बीच चलने वाली 22187 हबीबगंज-जबलपुर इंटरसिटी सितंबर अंत तक उत्कृष्ट कोच से चलने लगेगी। इसमें मोबाइल फोन चार्जर से लेकर डिजिटल सीनरी तक लगाई गई हैं। इसका लगभग 75 फीसदी काम पूरा हो चुका है, जबकि शेष काम में करीब दो महीने का समय और लगेगा। रैक निशातपुरा कोच फैक्टरी में बन रहे हैं।
फैक्टरी को अगले 8 महीने में इस तरह के 7 रैक तैयार करना हैं। इनमें से हबीबगंज जबलपुर इंटरसिटी के अलावा रीवा-डॉ. आंबेडकर नगर का काम 90 फीसदी हो चुका है। ये इस महीने के अंत तक बनकर तैयार हो जाएंगे। रीवा से -डॉ. आंबेडकर नगर तक चलने वाली यह ट्रेन संत हिरदाराम स्टेशन से होकर जाती है। इसी तरह जबलपुर-नैनपुर के लिए रैक का कार्य चल रहा है, हालांकि अभी इसका काम 20 फीसदी ही हो पाया है। कोच कम मात्रा में आने के कारण काम धीमी गति से हो रहा है। भोपाल स्थित निशातपुरा कोच फैक्टरी से पहला रैक इस साल फरवरी में बनकर तैयार हुआ था। उत्कृष्ट कोच से चलने वाली सबसे पहली गाड़ी भोपाल-प्रतापगढ़ एक्सप्रेस है।
दुर्गंधमुक्त टॉयलेट होगा, मॉडल डस्टबिन भी रहेंगे कोच में, मॉडीफाइड वेंचुरी सिस्टम टॉयलेट में लगाया गया है। इससे टॉयलेट हमेशा साफ और दुर्गंध रहित रहता है। सामान्य कोच में भी आधुनिक अग्नि शामक यंत्र लगाए गए हैं। एलएचबी की तरह टॉयलेट के अंदर और बाहर मॉडल डस्टबिन लगाए गए हैं। टॉयलेट के अंदर पीवीसी फ्लोरिंग की जगह इपोक्सी फ्लोरिंग लगाई गई है। सभी कोचों में नए और शॉफ्ट फ्लश वॉल लगाए गए हैं। पुराने उत्कृष्ट रैक में ये थीं व्यवस्थाएं
सीटों के बीच लगी टेबल को आकर्षक बनाने के साथ ही वहां चाय पानी रखने के लिए होल्डर लगाए गए हैं। गेट के पास विनाइल रैपिंग की डिजिटल सीनरी पर क्यू आर कोड लगाया गया है। मोबाइल चार्जिंग के लिए पॉइंट लगाए गए हैं। कोचों पर ट्रेन नंबर व अन्य जानकारियां अंधेरे में भी आसानी से देखी जा सकती हैं। उत्कृष्ट कोच की डिमांड काफी है। इस फायनेंशियल ईयर में 7 रैक बनाने हैं। दो कोच लगभग तैयार हैं। इसमें यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कुछ बदलाव किए गए हैं।