
विधानसभा में गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने भोपाल गैंगरेप मामले पर चर्चा के दौरान दुष्कर्म के मामलों को सामाजिक चुनौती बताया। उन्होंने कहा कि सभी को मिलकर इनका सामना करना पड़ेगा।वहीं, मीडिया से चर्चा के दौरान सिंह ने एनसीआरबी के आंकड़ों को सही नहीं माना। उन्होंने कहा कि, आंकड़ों से कानून व्यवस्था का आकलन नहीं किया जा सकता है। महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा को रोकने के लिए सरकार कड़ा कानून ला रही है।
इधर जबलपुर में महिला बाल विकास राज्यमंत्री ललिता यादव ने कहा कि पहले 5 साल की बच्ची मोहल्लेभर की बेटी होती थी, लेकिन मानसिकता ऐसे बदली है कि अब 5 साल की बेटी अपने ही घर में सुरक्षित नहीं है।
भारत के गृहमंत्री ने जारी की थी रिपोर्ट
बता दें कि गुरुवार को गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की “क्राइम इन इंडिया-2016’ रिपोर्ट जारी की थी। इसके अनुसार वर्ष 2016 में उत्तरप्रदेश में हत्या और महिलाओं के खिलाफ हिंसा एवं अपराध सबसे ज्यादा हुए हैं। यहां हत्या के 4,889 (16.1%) और महिलाओं के खिलाफ हिंसा व अपराध के 49,262 मामले (14.5%) दर्ज किए गए। वहीं, दुष्कर्म के सबसे ज्यादा 4,882 मामले मध्य प्रदेश में दर्ज हुए, जो कुल घटनाओं का 12.5% है। 2014 और 15 में भी राज्य में दुष्कर्म के सबसे ज्यादा मामले दर्ज हुए थे।