तेजस्वी यादव की कुर्सी सुरक्षित है, बयानों का विवाद जारी

नई दिल्ली। बिहार में लालू प्रसाद यादव परिवार के घोटाले सामने आने के बाद यह माना जा रहा था कि इसका असर तेजस्वी यादव पर पड़ेगा परंतु आज स्पष्ट हो गया कि तेजस्वी यादव की कुर्सी पर कोई संकट नहीं है। अलबत्ता बयानों का विवाद अब भी जारी है। बिहार में हुई कैबिनेट की मीटिंग में ना केवल तेजस्वी यादव को बुलाया गया बल्कि मीटिंग शुरू होने से पहले ही साफ कर दिया गया कि तेजस्वी यादव के इस्तीफे को लेकर सरकार की तरफ से कोई पहल नहीं की गई है। 

कैबिनेट बैठक से पहले जेडीयू के नेता केसी त्यागी ने एक बड़ा बयान दिया, उन्होंने कहा कि JDU ने तेजस्वी यादव का इस्तीफा नहीं मांगा है, ना ही इसके लिए कोई अल्टीमेटम नहीं दिया है। उन्हें किसे उपमुख्यमंत्री बनाना है यह RJD का फैसला है। इससे पहले मंगलवार को हुई जेडीयू की बैठक के बाद ऐसी खबरें आई थी कि जेडीयू ने राजद को चार दिन का अल्टीमेटम दिया है। केसी त्यागी का कहना है कि इसमें किसी की कोई बात नहीं कही है, न हीं कोई अल्टीमेटम दिया है। हमने केवल यह कहा है कि सार्वजनिक जीवन में लोगों के बीच जाकर चीजों को साफ करना चाहिए। केसी त्यागी बोले कि किस को उपमुख्यमंत्री बनाना है किसको नेता बनाना है, यह आरजेडी का अपना फैसला है।

मेरे विभाग में कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ
घोटाले में अपना नाम आने के बाद पहली बार मीडिया से खुद मुखातिब हुए तेजस्वी ने कहा कि ये महागठबंधन को तोड़ने की बीजेपी की साजिश है। वह भयभीत है, इसलिए इस तरह के आरोप लगा रही है। आरजेडी सुप्रीमो के बेटे तेजस्वी ने कहा, पहले दिन से ही हमारी नीति रही है कि करप्शन के मामले में जीरो टोलरेंस की नीति रहेगी। तीनों विभाग जो मेरे पास रहा कोई उंगली नहीं उठा सकता और हमने सभी के लिए काम किया है। 

14 साल का बालक क्या घोटाला करेगा
इसके साथ ही उन्होंने कहा, 'मंत्री बनने के बाद तो हमने कुछ गलत किया नहीं और जिस वक्त घोटाले की बात कही जा रही है, उस वक्त मैं महज 13-14 साल का था, तब तो मेरी मूंछ भी नहीं आई थी. बताइये 13-14 साल का कोई लड़का क्या घोटाला करेगा?'

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !