नई दिल्ली। अभी तो गर्मी शुरू भी नहीं हुईं और राजस्थान में जलसंकट की चीख पुकार सुनाई देने लगी। जलदाय विभाग की ओर से टैंकरों के माध्यम से पेयजल की सप्लाई की जा रही है लेकिन हमेशा की तरह वो नाकाफी है। लोगों को उम्मीद थी कि केंद्र और राज्य में एक साथ भाजपा सरकार होने से राज्य को जलसंकट से निजात मिल जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। राज्य के 23 शहर और 3000 से ज्यादा गांव जलसंकट से प्रभावित हैं।
जलदाय विभाग की ओर से अभी प्रदेश के 4 शहर और 25 गांव-ढाणियों में टैंकरों से पेयजल की सप्लाई शुरू की है। विभाग की ओर से पेयजल किल्लत को देखते हुए जयपुर शहर में रोजाना 1449, बांदीकुई में 70, दौसा में 50 और बसवा शहर में रोजाना 100 टैंकर पेयजल सप्लाई की जा रही है। इसी प्रकार जयपुर जिले में 8, पाली में 5, धौलपुर में 2, सवाईमाधोपुर जिले में 125 और जैसलमेर जिले के गांवों में रोजाना 33 टैंकर पेयजल सप्लाई किया जा रहा है।
प्रदेश में अभी 23 शहर और तीन हजार से ज्यादा गांव-ढाणियों में पेयजल किल्लत की शिकायतें मिल रही हैं। गर्मी आने से पहले ही प्रदेश के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल की बढ़ती डिमांड ने अभी से जलदाय विभाग की चिंता बढ़ा दी है।