पाकिस्तान में घुस गए थे इंडियन फाइटर जेट, तबाह किए दर्जनों बंकर

नई दिल्ली। पिछले साल मोदी सरकार के नेतृत्व में पाकिस्तान पर हुई सर्जिकल स्ट्राइक से पहले भी एक सर्जिकल स्ट्राइक अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के वक्त 2002 में पाक पर की गई थी। यह दावा एक रिपोर्ट में किया गया है। भारतीय सेना और एयरफोर्स ने मिलकर पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी।

हालांकि, वह ऑपरेशन गुप्त था इसलिए उसके बारे में किसी को कभी नहीं बताया गया। उस ऑपरेशन में शामिल किसी भी जवान को सेना या सरकार की तरफ से कोई भी मेडल नहीं मिला। हफिंगटन पोस्ट की खबर के मुताबिक, उस ऑपरेशन में फ्लाइट लेफ्टिनेंट राजीव मिश्रा शामिल थे। वह उस वक्त 29 साल के मिश्रा को ऑपरेशन की तैयारी के दौरान जब अंबाला एयरफोर्स स्टेशन से बुलाया गया था, तो भी उन्हें यह नहीं बताया गया था वे क्या करने जा रहे हैं। अब वह रिटायर हो चुके हैं और बतौर कमर्शियल पायलट काम कर रहे हैं।

ऑपरेशन 2002 की मई और जून के बीच उस वक्त हुआ, जब दोनों देशों के बीच कालूचक नरसंहार की वजह से तनाव था। रूस के राष्ट्रपति वल्दामीर पुतिन ने दोनों देशों को समझाने की नाकाम कोशिश कर चुके थे। पहले योजना थी कि भारतीय सेना पाकिस्तान में घुसकर हमला करेगी, लेकिन बाद में सेना प्रमुख जनरल सुंदरराजन पद्मनाभन के कहने पर प्लान बदला गया। फिर पाक पर जमीनी हमला करने की बजाय एयरफोर्स की मदद से ऑपरेशन किया गया। मिशन की तैयारियां श्रीनगर में हुई थीं।

वेस्ट बॉर्डर पर मौजूद सभी एयर बेस को पाकिस्तान की बदले की कार्रवाई के लिए तैयार रहने को कहा गया था। टीम को एक अगस्त को श्रीनगर से मिशन के लिए भेजा गया था। सबसे पहले हेलिकॉप्टर से दो सैनिकों को श्रीनगर से बॉर्डर भेजा गया। पाकिस्तान की सीमा में दाखिल होकर उन्होंने पाकिस्तान के बंकरों की लोकेशन एयरफोर्स को बताईं। इसके बाद मिश्रा और उनकी टीम ने हमला करके कुपवाड़ा सेक्टर में मौजूद पाकिस्तान के बंकरो को उड़ा दिया।

हालांकि, उसमें पाकिस्तान के कितने लोगों को नुकसान पहुंचा यह नहीं पता ही नहीं किया गया। 2002 के उस हमले का पाकिस्तान ने कभी बदला लेने का नहीं सोचा। अटल सरकार उस ऑपरेशन को गुप्त रखने में कामयाब हो गई थी और वह इस बात से खुश भी थी।

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