
आग इमारत के निचले तल पर लगी और जल्द ही यह पहले तल पर पहुंच गई, जहां इंडियामार्ट के कर्मचारी टेलीमार्केटिंग के काम में व्यस्त थे। कर्मचारी पहली मंजिल पर फंस गए, क्योंकि निचले तल पर जाने वाला रास्ता आग की चपेट में आ गया था। भागने के प्रयास में दो कर्मचारी खिड़की तोड़कर नीचे कूद पड़े। दोनों में से एक की पहचान पीयूष गोयल के तौर पर हुई है, जिसकी सिर के बल गिरने के कारण घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
फायर सेफ्टी आॅफिसर आरके यादव ने कहा कि आग की सूचना मिलने पर हम घटनास्थल पर पहुंचे, जहां हमने लगभग एक दर्जन कर्मचारियों की जान बचाई। आग को बुझाने के लिए दमकल के पांच वाहनों को लगाया गया और आग पर काबू पा लिया गया। नागरिक रक्षा कर्मचारियों की मदद से घायलों को गार्गी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
दो लोगों की अस्पताल में मृत करार दे दिया गया। मृतकों की पहचान चंद्र प्रकाश त्यागी तथा पुनीत मिश्रा के रूप में हुई। चिकित्सक ने कहा कि दोनों की मौत दम घुटने की वजह से हुई। दो अन्य कर्मचारियों को एमएमजी अस्पताल ले जाया गया था, जहां डाक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया गया। उनकी पहचान ऋतिक व हेमंत के रूप में हुई है।
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के कार्यकारी उपाध्यक्ष रवींद्र गोदबोले ने कहा कि हम इस बात की जांच करवाएंगे कि भूमि इस्तेमाल नीति के खिलाफ वाणिज्यिक गतिविधियों का संचालन कैसे किया जा रहा था।
इस प्रयास में अग्निशमन अधिकारी आरके यादव व फायरकर्मियों ऋषिपाल, कर्णपाल व रामगोपाल भी मामूली रूप से झुलस गए और धुएं से दम घुटने से उनकी हालत खराब हो गई।
उधर आग लगने के कारणों का पता लगया जा रहा है। पुलिस का मानना है संभवता शार्टसर्किट से आग लगी होगी। आग्निकांड में हुई हानि की जानकारी नहीं मिल पाई है।