
क्या क्या हुआ
इंजीनियर के 383 पदों में 68 पद बढ़ाकर इन्हें 451 किया गया।
भोपाल, इंदौर समेत 18 शहरों में 53 केंद्रों पर आयोजित परीक्षा में करीब 54 हजार प्रतिभागी शामिल हुए थे।
इनमें से करीब 40 हजार परीक्षार्थी 3 अप्रैल को और करीब 15 हजार परीक्षार्थी 4 अप्रैल को परीक्षा में शामिल हुए।
3 अप्रैल को सिलेबस के बाहर से प्रश्न पूछ गए, जिसके चलते औसत अंक 110 रहा।
जबकि 4 अप्रैल वाले प्रतिभागियों का पेपर सिलेबस आधारित था, जिससे औसत अंक 135 मिले हैं।
ऐसे में 4 अप्रैल वालों को मेरिट मिलने की संभावना है।
क्या है मांग
परीक्षा रद्द करके दोबारा कराएं। अन्यथा धरना प्रदर्शन एवं कोर्ट में जाने के तमाम रास्ते खुले हुए हैं।