
पहले चरण में पूरे प्रदेश में तीन करोड़ एलईडी बल्ब बांटने का लक्ष्य है। योजना के तहत बिजली कर्मचारी लोगों को घर-घर जाकर बल्ब देंगे। साथ ही कुछ क्षेत्रों में कैंप लगाकर बल्ब बांटे जाएंगे। इनको लेने के लिए बिजली बिल व परिचय पत्र देना होगा। एलईडी बल्ब बिजली कनेक्शन के आधार पर मिलेंगे। एक घर में जितने कनेक्शन होंगे, उसके आधार पर बल्बों की संख्या तय होगी।
तीन साल की होगी वारंटी
बल्ब की तीन साल की वारंटी होगी। इसका उल्लेख टेंडर में भी किया गया है। आमतौर पर एलईडी बल्ब सीएफएल के मुकाबले तीन गुना से अधिक चलते हैं। सीएफएल बल्ब की जीवन अवधि 8 हजार घंटे होती है, जबकि एलईडी बल्ब की जीवन अवधि 25 हजार घंटे होती है। इस तरह एलईडी बल्ब लगाने के बाद इसे बार-बार बदलने की जरूरत नहीं पड़ेगी। साथ ही ये टूटते भी नहीं हैं।