आरएसएस समलैंगिक संस्था: आजम खान

नई दिल्ली: किसी राजनीतिक उपलब्धि से कहीं ज़्यादा अपने विवादित बयानों के लिए अक्सर आलोचना का शिकार होने वाले समाजवादी पार्टी मंत्री आज़म खान ने फिर से अपने ताज़ा बयान से विवाद खड़ा कर दिया है. उनका ताज़ा बयान वित्त मंत्री अरुण जेटली के समलैंगिकों से जुड़े एक बयान की प्रतिक्रिया में आया है.

समलैंगिकों के अधिकारों से जुड़े एक बयान में जेटली ने शनिवार को कहा था कि सुप्रीम कोर्ट को समलैंगिक रिश्तों से जुड़े अपने फैसले पर दोबारा सोचना चाहिए. इसपर आज़म ने कहा है कि आरएसएस (राष्ट्रीय सवंयसेवक संघ) पर तो इलज़ाम ही यही है. ये लोग इसीलिए शादी-ब्याह नहीं करते.

आजम के कहने का मतलब ये है कि आरएसएस के लोग आपस में समलैंगिक संबंध रखते हैं और यही वजह है कि वे आजीवन किसी से शादी नहीं करते हैं. बताते चलें कि आरएसएस में महिलाओं को सदस्यता नहीं दी जाती है. हां, संस्था की महिला विंग का नाम राष्ट्रीय सेविका समिति है जिसमें पुरुषों को सदस्यता नहीं मिलती है.

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