भोपाल। एक अदद बेहतर नौकरी की आस में एमबीए या इंजीनियरिंग की थी परंतु चप्पलें चटकाते चटकाते थक गए। अब अचार, मुरब्बा और चटनी बनाना सीख रहे थें, ताकि अपनी जिंदगी में कुछ तो कर सकें।
भोपाल के लिंक रोड-1 पर गुलाब उद्यान में 10 अगस्त को प्रोसेसिंग यूनिट की शुरूआत की गई है, जिसमें सॉस, अचार, मुरब्बा, जेम, चटनी बनाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। एक सप्ताह चलने वाली इस ट्रेनिंग में प्रशिक्षकों को बकायदा सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा।
एक निजी कॉलेज से इंजीनियरिंग कर चुके अखिल बताते हैं कि कई कंपनियों में रिज्यूम देने के बाद जब वहां से कोई जबाव नहीं आया तो बेरोजागरी के चलते मन उदास था। इसी बीच मैंने न्यूज पेपर में मैंने इस ट्रेनिंग यूनिट की खबर पढ़ी और एक वीक की ट्रेनिंग के लिए चला आया। अखिल का कहना है कि घरेलू कामकाज करना कुछ बुरा नहीं है, किसी की नौकरी करने से तो बेहतर ही है।
वहीं, राजधानी के एक सरकारी कॉलेज से बीए कर चुके रोहित भी फूड प्रोसेसिंग यूनिट में ट्रनिंग लेते मिले। उनका कहना है कि महज पचास रुपए में एक कारोबार को चलाने का काम सीखना बुरा नहीं है। आज कई कंपनियां अचार और टमाटर सॉस बेचकर ही धन कमा रही हैं, इसलिए मैं भी यहां से सीखकर खाद्य पदार्थों को बेचने का काम शुरू करूंगा।
50 रुपए में रजिस्ट्रेशन
इसके लिए ट्रेनी को महज 50 रुपए रजिस्ट्रेशन फीस देनी होती है. यहां ट्रेनिंग में शर्बत, अचार, सॉस, चटनी, मुरब्बा, जेम बनाने की प्रैक्टिकल विधि सिखाई जाती है. इसके लिए सामान ट्रेनी से ही लिया जाता है.
17 अगस्त से बैच स्टार्ट
प्रोसेसिंग यूनिट के स्टाफ ने बताया कि, अब अगले महीने 7 से 12 सितंबर तक चलने वाली ट्रेनिंग में अभी तक 10 पढ़े-लिखे लोगों ने रिजस्ट्रेशन करा लिया है. इससे पहले 17 अगस्त से 22 अगस्त तक चले बैच में कई लोग ट्रेनिंग ले चुके हैं।