'स्कूल चले हम' अभियान की मुख्यमंत्री ने की समीक्षा

भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिए हैं कि शासकीय स्कूलों में अधोसंरचना सुधार के लिए जन-भागीदारी को प्रोत्साहित करें। नागरिकों को अपने परिजन की स्मृति में स्कूलों में निर्माण के लिए प्रेरित करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज यहाँ स्कूल चलें हम अभियान की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री श्री दीपक जोशी भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्कूल में प्रवेश के बाद बच्चे स्कूल नहीं छोड़े इसके लिए प्रेरकों का सहयोग लिया जाए। पाठ्य-पुस्तकों का वितरण स्कूलों में समय से होना सुनिश्चित करें। गणवेश और साईकिल की राशि विद्यार्थियों के खातों में पहुँचे और गणवेश, साईकिल खरीदी जाये। पन्नी बीनने वाले और अनाथ बच्चों के स्कूलों में प्रवेश के लिए सभी जिलों में अभियान चलाये। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर विशेष ध्यान दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि घुमक्कड़, अर्द्धघुमक्कड़ और विमुक्त जातियों के बच्चों की शिक्षा के लिए छात्रावास की व्यवस्था की जाए।

राज्य मंत्री श्री जोशी ने बताया कि प्राथमिक स्कूल में सहयोग के लिए 'प्रणाम' योजना लागू की जाएगी। बैठक में बताया गया कि शासकीय स्कूलों के सभी विद्यार्थी की छात्रवार मेपिंग आगामी 15 अगस्त तक पूरी कर ली जाएगी। इसमें इन विद्यार्थियों के फोटो, मोबाइल नंबर और बेंक खातों की जानकारी रहेगी। प्रदेश में 'स्कूल चलें हम' अभियान में इस वर्ष 42 हजार 233 प्रेरक बनाए गये। अभियान के तीसरे और चौथे चरण में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर जोर दिया जाएगा। सभी शासकीय स्कूल में नई शाला प्रबंधन समितियाँ आगामी 10 अगस्त तक गठित हो जाएगी। शालाओं में 10 से 15 अगस्त तक पुस्तकोत्सव मनाया जाएगा। इसमें पुस्तकों को सुसज्जित कर पुस्तकों की विशेषताएँ बताई जाएगी।

बैठक में अपर मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहंती, आयुक्त लोक शिक्षण श्री डी.डी. अग्रवाल और मुख्यमंत्री के सचिव श्री हरिरंजन राव सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

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