भोपाल। चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव अजय तिर्की पर मेडिकल कॉलेजों के निजीकरण का विरोध करना भारी पड़ गया। मेडिकल माफिया के दवाब में उनकी बदली कर दी गई।
अब वो राजभवन की फाइलें संभालेंगे, जबकि मप्र के ईमानदार आईएएस अफसरों में से एक इकबाल सिंह बेस के प्रियमित्र विनोद सेमवाल को अजय तिर्की की कुर्सी सौंप दी गई है। सेमवाल पहले राजभवन में समय गुजार रहे थे।
यहां बताते चलें कि अजय तिर्की ने मप्र में तीन मेडिकल कॉलेजों के निजीकरण पर घोप आपत्ति दर्ज कराई थी। स्थित यह बन गई थी कि उनके रहते इन तीनों कॉलेजों का निजीकरण असंभव हो गया था। अब सेमवाल के आने के बाद सबकुछ वैसा ही हो जाएगा जैसा कि चाहा जा रहा था।