जलसत्याग्रही की बेटी का शिवराज के नाम खुलाखत

खंडवा। मेरे पापा 22 दिन से पानी में सत्याग्रह कर रहे हैं। उनके पैर गल गए हैं और तबीयत खराब है... आप उनकी बात क्यों नहीं सुन रहे हैं। आप हमारे मामा हैं तो मेरी मां का परिवार नहीं बचाओगे क्या। यह मनुहार घोघलगांव में जल सत्याग्रह पर बैठे किसान सोहनलाल पटेल की बेटी संतोष ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के नाम लिखी चिट्ठी में की है।

संतोष ने चिट्ठी में लिखा है कि मेरे भाई की शादी 27 अप्रैल को थी, खेत में पानी भरने की वजह से शादी नहीं हो पाई। मेरे पापा ने कर्ज लेकर मुआवजा वापस कर दिया। उन्हें कोई जमीन दिए बिना हमारे खेत में पानी भर दिया। मुख्यमंत्री से इस भानजी ने अपील की है कि जल्दी हमारे गांव आओ और हमारा गांव बचाओ।

उल्लेखनीय है कि घोघलगांव में 22 दिन से जल सत्याग्रह किया जा है। सत्याग्रहियों का स्वास्थ्य लगातार खराब होता जा रहा है, लेकिन सरकार की ओर से आंदोलन को समाप्त कराने के लिए किसी तरह की पहल नहीं की जा रही है। शनिवार को सत्याग्रहियों के समर्थन में एनवीडीए कार्यालय इंदौर पर प्रदर्शन किया।

संभागीय संयोजक युवराजसिंह, संजीव वैध, शीला शर्मा, सतीश शर्मा ने कमिश्नर नर्मदा घाटी पुनर्वास रेणु पंत को समस्या से अवगत कराया। सरदार सरोवर बांध क्षेत्र में प्रभावित 30 वर्षों से संघर्ष कर रहे विस्थापित संगठन के प्रमुख कार्यकर्ता देवराम भाई, कमला पाटीदार, गेंदालाल और मीरा बहन ने जल सत्याग्रह स्थल घोघलगांव पहुंचकर समर्थन दिया।

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