भोपाल। मप्र कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं राहुल गांधी की टीम के प्रमुख सिपहसालार अरुण यादव को इन दिनों अपनी ही कांग्रेस में जो कुछ भोगने को मिल रहा है, शायद ही किसी अध्यक्ष को मिला हो। जबलपुर में अंडों के बाद इंदौर में अरुण यादव को काले झंडे दिखाए। भोपाल में तो भाजपा ज्वाइन कर एक प्रत्याशी ने यादव के गाल पर तमाचा पहले ही जड़ दिया है।
ताजा खबर इंदौर से आ रही है। यहां टिकट कटने से नाराज पूर्व पार्षद ने शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अरुण यादव को मंच के सामने काले झंडे दिखाए। अचानक हुए इस विरोध प्रदर्शन से दूसरे कार्यकर्ता सकते में आ गए और पार्षद समर्थकों की पिटाई कर दी। 20 मिनट तक हंगामा चलता रहा।
यादव कांग्रेस के मुख्य चुनाव कार्यालय का उद्घाटन करने आए थे। पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया जब मंच से भाषण दे रहे थे, तभी पूर्व पार्षद सरवर खान मंच के सामने आकर प्रदेश अध्यक्ष से सवाल करने लगीं। वे पूछ रही थीं कि उनका टिकट क्यों काटा।
इस बीच साथ खड़े एक समर्थक ने काले झंडे और कतरनें निकाल कर उड़ा दीं। इसके बाद दूसरे कार्यकर्ता, समर्थक पर पिल पड़े। वह भागकर सहकारिता विभाग में छुपा तो लात-घूंसों से उसकी पिटाई कर दी।
लहूलुहान कार्यकर्ता सतीश व्यास को जैसे-तैसे नेताओं ने बचाया। सरवर खान को कांग्रेस नेता कृपाशंकर शुक्ला, बंते यादव समझाकर मंच से दूर ले जाने लगे, लेकिन वे नहीं मानीं। इस बीच कुछ कार्यकर्ताओं ने उनके साथ भी झूमा-झटकी की। जब कुछ नेता उन्हें खींचकर ले जाने की कोशिश करने लगे तो वे जमीन पर लेट गईं।
खान को पार्टी से निकाला
खान ने सदर बाजार वार्ड से कांग्रेस की बागी के रूप में नामांकन दाखिल किया है। हंगामे के बाद शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष प्रमोद टंडन ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया। उधर खान का कहना है कि वे अपनी बात प्रदेशाध्यक्ष के सामने रखना चाहती थीं और अपना इस्तीफा देने आई थीं, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनके साथ बदसलूकी की। उन्होंने नेताओं पर टिकट बेचने का आरोप भी लगाया।