भोपाल। उत्तरप्रदेश में चल रहे छठें यूथ महोत्सव में भोपाल के खिलाड़ियों ने जमकर बवाल मचाया। प्रतियोगिता के दौरान 200मी. दौड़ के नतीजे को लेकर जयपुर और भोपाल परिसर के खिलाड़ियों ने पूरे आयोजन पर ही सवाल खड़े कर दिए। खिलाड़ियों ने इस मामले में लिखित शिकायत भी की है।
संस्कृत संस्थान के लखनऊ परिसर में 25 से 28 अक्टूबर के बीच खेलकूद की अलग-अलग 9 प्रतियोगिताओं का आयोजन हो रहा है। महोत्सव के आखिरी दिन से पहले एथलेटिक्स के 200मी. फाइनल मैच में भोपाल, जयपुर और लखनऊ के खिलाड़ी बेस्ट थ्री में थे। रेस के दौरान लखनऊ के एक खिलाड़ी के फाउल होने पर लखनऊ परिसर के अधिकारियों ने दोबार रेस की बात कही। जिसका जयपुर और भोपाल के खिलाड़ियों ने विरोध किया। इस बीच खिलाड़ियों ने मैदान पर ही चिल्लाना शुरू कर दिया कि चाहे कुछ हो जाए रेस फिर से नहीं होगी।
भोपाल परिसर के खिलाड़ियों ने इस मामले में लखनऊ परिसर के प्राचार्य से भी लिखित शिकायत की। बाद में मामला ज्यूरी ऑफ अपील के पास पंहुचा जिसने रेस फिर से नहीं होने की मांग पर अपनी मुहर लगा दी।
राष्ट्रीय स्तर के आयोजन में बदइंतजामी
राष्ट्रीय स्तर के इस आयोजन की हालत खस्ता ही रही। महोत्सव में महिला एवं पुरुष वर्ग के अलग-अलग मुकाबलें होने थे जिनकी संख्या 10 से ज्यादा थी। इसके लिए कम से कम 20 लोगों के टेक्निकल स्टाफ की जरूरत थी। लेकिन संस्थान ने केवल 9 स्टाफर्स को ही बुलाया। सूत्रों की मानें तो इसके लिए संस्कृत संस्थान के अधिकारियों से लेकर केंद्र को भी चिठ्ठी लिखी गई लेकिन वो बेअसर रही।
मानकों के अनुरूप नहीं था मैदान
संस्कृत संस्थान लखनऊ के जिस मैदान पर इस राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया वह मानकों के अनुरूप नहीं था। परिसर का मैदान केवल 200मी. रेस के लिए है जबकि नियमानुसार यह 400 मी. से कम नहीं होना चाहिए। एथलेटिक्स के एक कोच ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि लखनऊ में एथलेटिक्स के लिए केडी सिंह बाबू स्टेडियम ग्राउंड, स्पोर्ट्स हॉस्टल मैदान एवं पीएससी का सिंथेटिक ग्रांउड पर ही यह आयोजन आसानी से हो सकता था। लेकिन संस्थान ने इसे अपने ही ग्राउंड पर निपटा दिया। जिसके चलते इस तरह की बदइंतजामी देखने को मिल रही है।