भोपाल। पुराने शहर की पहचान कायम रखने वाले परी बाजार, बारह महल और रामनगर जैसे इलाके जल्द ही नए स्वरूप में नजर आएंगे। दरअसल बीडीए इन जर्जर होती इमारतों की जगह शॉपिंग कॉम्पलैक्स, मल्टीस्टोरी बिल्डिंग बनाने की तैयारी में है।
भोपाल विकास प्राधिकारण (बीडीए) ने यहां पुनर्घनत्वीकरण (रीडेंसीफिकेशन) प्लान का क्रियान्वयन शुरू कर दिया है। इसके तहत बीडीए ने फेज वन का निर्माण कार्य शुरू करने के लिए चार कंपनियों ने टेंडर भरे थे। इसमें से एक कंपनी का चयन कर रीडेंसीफिकेशन का काम शुरू कर दिया जाएगा। बीडीए ने 2011 में रीडेंसीफिकेशन प्लान तैयार किया था।
बताया गया है कि मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली साधिकार समिति ने पिछले साल इस योजना मंजूरी दे दी थी, लेकिन बीडीए ने पिछले महीने टेक्निकल बिड में चार कंपनियों को इस काम के लिए उपयुक्त माना। अब कंपनियों से फाइनेंसियल आफर मांगे थे। बताया गया है कि कंपनियां ने अपने प्रस्ताव सोमवार को बीडीए आफिस में जमा कर दिए हैं।
इन प्रस्तावों के आधार पर ही इनमें से एक कंपनी का चयन किया जाना है। भोपाल विकास प्राधिकरण के सीईओ कुमार पुरुषोत्तम के मुताबिक कंपनियों के द्वारा दिए गए प्रस्तावों को संचालक मंडल की बैठक में रखा जाएगा। यहां से मंजूरी मिलते ही अगस्त से काम शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि रीडेंसीफिकेशन के दौरान खाली जगह पर कुछ मकान बनाए जाएंगे। इनमें रहवासियों को शिट करने के बाद पुराने मकानों को तोड़ा जाएगा। इसके बाद लैट और शॉपिंग कॉम्पलैक्स बनेंगे।
फेज टू ठंडे बस्ते में
कलेक्टोरेट परिसर, बेनजीर महल, अमेरिकन हट और एचटी क्वार्टर समेत कुछ अन्य इलाकों के रीडेंसीफिकेशन को बीडीए ने फेज टू में शामिल किया था। इसमें सड़कों के चौड़ीकरण समेत अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर संबंधी कार्य किया जाना शामिल था। लेकिन उच्च स्तर पर सहमति नहीं बनने से फिलहाल ये ठंडे बस्ते में हैं।