मध्य प्रदेश आजाद अतिथि शिक्षक संघ इस बार 5 सितंबर शिक्षक दिवस के अवसर पर भोपाल में बड़े प्रदर्शन की तैयारी कर रहा है। उसका अभियान कितना सफल होगा यह तो तारीख ही बताएगी परंतु फिलहाल नेताओं ने अपने कार्यकर्ताओं को मोटिवेट करना शुरू कर दिया है।
मध्य प्रदेश में अतिथि शिक्षकों को यह मैसेज भेजा जा रहा है
हक और अधिकारों की लड़ाई में निमंत्रण नही भेजें जाते है, जिनके जमीर जिंदे होते है, वह खुद ब खुद निकलकर रण भूमि में आ जाते है। यह लड़ाई हम अपने भविष्य को लेकर लड़ रहे है, यह लड़ाई मामा की घोषणाओं को याद दिलाने के लिए शांति पूर्ण तरीके से हासिल करके रंहेगे ओर सरकार हमे अवश्य 12 माह 62 वर्ष सेवा का वचन देंगी।
"तुमने चाहा नही वरना,हालात बदल सकते थे।
ये मेरी आँख के आँशु, उनकी आँखों से निकल सकते थे।
तुम तो ठहरे ही रहे झील के पानी की तरह,
दरिया बनते तो बहुत दूर निकल सकते थे।
इसलिए आप प्रदेश के समस्त अतिथि शिक्षक इस गुरुदक्षिणा महोत्सव पर्व में शामिल होंगे।
पिछली बार गलती हो गई थी इस बार नहीं करना
अतिथि शिक्षकों को पिछले प्रदर्शन के फोटो और वीडियो शेयर करते हुए बताया जा रहा है कि, पिछली बार गलती हो गई थी। इस बार वह गलती नहीं करना है। यह भी कहा जा रहा है कि, भोपाल में प्रदर्शन से पहले अपने विधायक से मुलाकात करें, सोशल मीडिया के जरिए माहौल बनाएं। ऐसा करने से सरकार को पहले से सूचना मिल जाएगी। इस बार के प्रदर्शन में संख्या बल पर ध्यान दिया जा रहा है।