बिजनेस हमेशा ऐसा करो जो लोगों की प्रॉब्लम सॉल्व करता हो लेकिन बिजनेस हमेशा ऐसा करो जिसके लिए आपके अंदर पहले से क्षमता और रुचि मौजूद हो। आज का बिजनेस आइडिया, वैसे तो सभी के लिए उपयोगी है लेकिन बीएड वालों के लिए बेस्ट है। इसमें प्रॉफिट की गारंटी है और कमाई भी धांसू होती है। सिर्फ इतना ही नहीं है, लोग आपको थैंक यू भी कहते हैं।
पब्लिक की प्रॉब्लम क्या है
भारत के अपने संस्कार और परंपराएं हैं। यहां हर व्यक्ति चाहता है कि मेरी संतान मुझसे ज्यादा सफल हो, सफलता के शिखर तक जाए। अपनी संतान के करियर के लिए लोग हर तरह के कंप्रोमाइज कर रहे हैं। स्कूल कॉलेज में तो पढ़ाई होती नहीं है। अब सिर्फ कोचिंग सेंटर ही सहारा रह गए हैं। NEET-JEE-IIT की तैयारी करनी हो या फिर SSC-RRB-PSC इत्यादि प्रतियोगी परीक्षाओं की। सबके लिए कोचिंग सेंटर ही जाना पड़ता है। कोचिंग वालों के विज्ञापन तो बड़े लुभावने में लगते हैं। एडमिशन के टाइम बातें भी बड़ी अच्छी होती है। फिर वह चुपके से पूरे साल भर की फीस एक साथ जमा करवा लेते हैं और उसके बाद शुरू होता है उनका असली खेल। वह क्लास रूम में पढ़ाई के साथ बड़ी चतुराई से बच्चों के मन में यह बिठा देते हैं कि, आप जो परीक्षा देने जा रहे हो वह बहुत कठिन है। इस साल तो बहुत सारी परेशानी आने वाली है। कैंडीडेट्स इतने सारे हैं और सीट्स कम है। इस बार कंपटीशन सबसे हाई होगा।
इन बातों से बच्चों का कॉन्फिडेंस लूज हो जाता है। शुरुआत में वह अपनी क्षमता से अधिक पढ़ाई करते हैं और फिर 3-4 महीने में उन्हें समझ में आ जाता है कि, वह कितनी भी पढ़ाई कर लें, कुछ नहीं होने वाला है। ऐसे बच्चों के लिए कोचिंग में एंटरटेनमेंट इवेंट्स आयोजित होते रहते हैं। यह बंद कमरे में होते हैं। मोबाइल फोन से रिकॉर्डिंग नहीं कर सकते क्योंकि वह तो एंट्री गेट पर ही जमा हो जाता है। और इस प्रकार पूरा साल बीत जाता है। पेरेंट्स को तो धोखे का पता तब चलता है तब रिजल्ट आता है। लेकिन रिजल्ट आने के बाद क्या ही कर सकते हैं। जब अपने बच्चे नहीं गिव अप कर दिया तो फिर कोचिंग वाले से क्या सवाल कर सकते हैं।
प्रॉब्लम कैसे सॉल्व करेंगे, बिज़नेस अपॉर्चुनिटी क्या है
इस समस्या का समाधान यूरोपियन कंट्रीज में मौजूद है। वहां पर हर शहर में कई Test Preparation Services संचालित हो रही है। बाहर से यह बिल्कुल कोचिंग सेंटर जैसे होते हैं लेकिन यहां पर पढ़ाई का सिस्टम अलग होता है। कोचिंग में नई उम्र के टी-शर्ट वाले टीचर्स होते हैं। यहां एक्सपीरियंस होल्डर टीचर्स होते हैं। कोचिंग वाले डराते हैं, यहां वाले कॉन्फिडेंस बढ़ाते हैं। और सबसे खास बात यह होती है कि ऐसे एक्सपीरियंस होल्डर टीचर्स के पास कई कैप्सूल कोर्स होते हैं। किसी स्टूडेंट को कौन सा कैप्सूल देना है, इनको अच्छी तरीके से आता है। एक महीने के भीतर बच्चों का कॉन्फिडेंस हाई हो चुका होता है। वह अपनी पूरी क्षमता के साथ परीक्षा में शामिल होता है। पेरेंट्स को इस बात का संतोष होता है कि उनके बच्चे ने पढ़ाई की और अपना हंड्रेड परसेंट दिया।
बीएड वालों के लिए बेस्ट क्यों है
बस आपको यही Test Preparation Services शुरू करना है। यदि खुद पर कॉन्फिडेंस या फिर पॉकेट में इन्वेस्टमेंट नहीं है तो, अपने घर के कमरे से शुरू कर सकते हैं। नहीं तो बिल्कुल वही पर शुरू कीजिए जहां पर सबसे ज्यादा कोचिंग सेंटर संचालित होते हैं। प्राइम लोकेशन की अपनी वैल्यू होती है। यह बिजनेस आइडिया बीएड वालों के लिए इसलिए बेस्ट है क्योंकि बीएड वालों को यह पता होता है कि, एक शिक्षक क्या होता है और पढ़ाया कैसे जाता है।