मध्य प्रदेश शासन वन विभाग द्वारा फॉरेस्ट गार्ड रिक्त पदों पर भर्ती के लिए एक नया फार्मूला निकाला गया है। इसके तहत सबसे पहले अस्थाई नियुक्ति दी जाएगी। 5 साल तक परफॉर्मेंस देखा जाएगा। यदि प्रदर्शन अच्छा रहा तो 5 साल बाद परमानेंट कर दिया जाएगा।
मध्य प्रदेश वन विभाग में वन वीरों की भर्ती
प्रतिष्ठित पत्रकार श्री सौरभ सोनी की एक रिपोर्ट के अनुसार, जिस प्रकार इंडियन आर्मी द्वारा अग्नि वीरों की भर्ती की जाती है ठीक उसी प्रकार मध्य प्रदेश शासन वन विभाग द्वारा वन वीरों की भर्ती की जाएगी। इसके लिए भर्ती नियम बना दिए गए हैं। इसी फार्मूले के तहत बाघ मित्र, चीता मित्र और हाथी मित्र नियुक्त करने का प्रावधान किया गया है।
हर साल 30% अस्थाई कर्मचारियों को परमानेंट किया जाएगा
ड्राफ्ट में लिखा है कि मध्य प्रदेश वन वीर भर्ती योजना के तहत ऐसे युवाओं को भर्ती किया जाएगा जिनके घर जंगल के आसपास हैं। उनकी नियुक्ति 1 साल के लिए होगी। प्रदर्शन अच्छा होने पर हर साल एक्सटेंशन दिया जाएगा। लगातार 5 साल तक अच्छा प्रदर्शन होने पर परमानेंट कर दिया जाएगा। फॉर्मूले में यह भी बताया गया है कि नियुक्त किए गए टोटल वन वीरों में से 30% अस्थाई कर्मचारियों को हर साल परमानेंट किया जाएगा।
मध्य प्रदेश वन वीर भर्ती परीक्षा - दसवीं पास के लिए नौकरी, ₹20000 मानदेय
मध्य प्रदेश में इस समय 3795 फॉरेस्ट गार्ड पद रिक्त हैं। वन वीर योजना के तहत हर साल मध्य प्रदेश में पांच सौ से अधिक भर्तियां की जाएगी। इन्हें 15 से 20 हजार रुपये मासिक मानदेय भी दिया जाएगा। लोकसभा चुनाव से पहले राज्य सरकार यह प्रक्रिया शुरू कर सकती है। वन वीर भर्ती के लिए शारीरिक मापदंड और व्यवहारिकता को प्राथमिकता में रखा जाएगा। साथ ही न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता में 10वीं या 12वीं उत्तीर्ण को प्राथमिकता दी जा सकती है।
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