भोपाल। मध्यप्रदेश के मंडला जिले में अतिरिक्त कलेक्टर श्री मीणा मसराम द्वारा गोलगप्पे पर लगाया प्रतिबंध 5 दिन बाद हटा लिया गया है, लेकिन एडवाइजरी जारी की गई। कहा गया है कि यदि एडवाइजरी का पालन नहीं किया तो कड़ी कार्रवाई होगी। उल्लेखनीय है कि गोलगप्पे खाने के कारण मंडला जिले में 80 लोग फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए थे। आदेश जारी किया गया था कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक मंडला जिले में गोलगप्पे के विक्रय पर प्रतिबंध रहेगा।
मध्यप्रदेश के मंडला जिले में गोलगप्पे यानि पानी पुरी पर दिनांक 23 अक्टूबर 2022 को प्रतिबंध लगाया गया था। अतिरिक्त कलेक्टर मीणा मसराम ने आदेश जारी किया था कि जिले भर में यदि कोई भी व्यक्ति गोलगप्पे का विक्रय करता है तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। भोपाल समाचार डॉट कॉम ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। यह न्यूज़ देशभर में वायरल हुई। लाखों लोगों ने इस खबर को पढ़ा। पूरे 5 दिन बाद दिनांक 28 अक्टूबर 2022 की रात 12:00 बजे प्रतिबंध हटा लिया गया।
मंडला में गोलगप्पे वालों का रजिस्ट्रेशन हुआ, एडवाइजरी जारी
शुक्रवार को नगर पालिका टाउन हाल में अतिरिक्त कलेक्टर मीना मसराम, नपा अध्यक्ष विनोद कछवाहा, खाद्य सुरक्षा अधिकारी गीता तांडेकर, डा वर्मा सहित अन्य की उपस्थिति में चाट फुल्की विक्रेताओं के प्रशिक्षण और पंजीयन की कार्रवाई भी की गई। इसमें इन विक्रेताओं को रासायनिक सामग्री का उपयोग करने की बजाय परम्परागत तरीके से चाट-फुल्की निर्माण के निर्देश दिए। साथ ही साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने एप्रॉन, चम्मच, ग्लब्स आदि का प्रयोग करने के लिए कहा है। इस दौरान जिन चाट-फुल्की विक्रेताओं का खाद्य सुरक्षा विभाग में पंजीयन नहीं था। उनके पंजीयन की कार्रवाई भी की गई।
गोलगप्पा विक्रेताओं को ट्रेनिंग देंगे
अतिरिक्त कलेक्टर मीना मसराम ने बताया कि चाट फुल्की विक्रेताओं का प्रशिक्षण आयोजित किया है। इसमें उन्हें स्वास्थ वर्धक सामग्री बना कर विक्रय किए जाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही खाद्य सुरक्षा विभाग में रजिस्ट्रेशन के बाद ही उन्हें दुकान प्रारम्भ करने की अनुमति दी जाएगी। उन्होंने बताया कि एक सप्ताह के अंदर ग्रामीण क्षेत्रों के लिए भी प्रशिक्षण और पंजीयन की कार्रवाई की जाएगी।
पानीपुरी में केमिकल पर प्रतिबंध जारी
नपा अध्यक्ष विनोद कछवाहा ने बताया कि चाट फुल्की विक्रेताओं को केमिकल का प्रयोग नहीं करनी की सख्त हिदायत दी है। अगर जांच में केमिकल का प्रयोग पाया जाएगा तो लाइसेंस निरस्त किए जाने सहित इनके ऊपर सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं फुल्की से प्रतिबंध हटने के बाद फुल्की प्रेमियों में खुशी देखी जा रही है। खासकर महिला वर्ग इस प्रतिबंध के हटने से खुश नजर आया।