ग्वालियर। RERA रजिस्ट्रेशन के बिना खुद को बिल्डर कहना भी अपराध है परंतु ग्वालियर में ऐसे दर्जनों अवैध बिल्डर घूम रहे हैं। लोगों के साथ धोखाधड़ी के मामले हर रोज सामने आ रहे हैं। पड़ाव थाने में एक और बिल्डर के खिलाफ अमानत में खयानत का मामला दर्ज किया गया है।
साकेत नगर निवासी राजीव पुत्र सुरेश चंद्र शिवहरे का शहर में नमकीन का कारोबार है। इसके साथ-साथ सुरेश शिवहरे प्रॉपर्टी में भी इन्वेस्टमेंट करते हैं। दिनेश परमार (पिता वीरेंद्र परमार) मल्टी स्टोरी कंस्ट्रक्शन का काम करते हैं एवं सोसाइटी में बिल्डर बताया जाता है। दोनों के बीच अच्छी पहचान थी। 2016 में दोस्त होने के नाते गेंड़े वाली सड़क पर निर्माणाधीन मल्टी दिखाने के लिये ले गया।
सुरेश को अंडर कंस्ट्रक्शन बिल्डिंग पसंद आ गई। उन्होंने फर्स्ट फ्लोर में इन्वेस्टमेंट करने की इच्छा जताई। डील फाइनल होने के बाद सुरेश ने दिनेश को दो किस्तों में 49.50 लाख रुपए दिए लेकिन दिनेश ने मल्टी स्टोरी के फर्स्ट फ्लोर का पजेशन नहीं दिया। मांगने पर पैसा भी वापस नहीं किया।
उत्कल मल्टी स्टेट क्रेडिट कोआपरेटिव सोसयटी प्रालि एजेंट के खिलाफ FIR
भूरे बाबा की बस्ती निवासी ब्रिजेंद्र कुशवाह व उसकी मां राजेश्वर ने गोला का मंदिर थाने में लिखित शिकायत कर बताया कि उनका पहले से लक्ष्मण व उसकी पत्नी नीलम से पहले परिचय था। दोनों ने बताया कि वह उत्कल मल्टी स्टेट क्रेडिट कोआपरेटिव सोसयटी प्राइवेट लिमिटेड में एजेंट हैं।
दोनों ने बताया कि उनकी कंपनी कम समय जमा धन दोगुना कर देती है। आरोपित के झासे में आकर 50 हजार रुपये की एफडीआर कराई। पैसा वापस होने से पहले ही कंपनी बंद हो गई। उनका पैसा अटक गया। इस चिटफंड कंपनी का आफिस गोला का मंदिर क्षेत्र में था। पुलिस ने मां-बेटे की शिकायत पर आरोपित के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ग्वालियर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया GWALIOR NEWS पर क्लिक करें.