भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में भूख अब विकराल रूप धारण कर चुकी है। ये एक ऐसा बड़ा मुद्दा बन चुकी है, जिस पर विचार किए जाने की जरूरत है। आज देश के गांवों में 70 प्रतिशत लोग गरीबी और भुखमरी से जूझ रहे हैं। जबकि भूख की कमी के कारण 50 प्रतिशत महिलाओं में खून की कमी है।
आंकड़ों के अनुसार स्कूल जाने वाले देश का हर दूसरा बच्चा सामान्य या फिर अतिकुपोषण का शिकार है। यही वजह है कि भूख से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। हालांकि सरकार भुखमरी पर लगाम कसने के लिए तमाम प्रयास कर रही है, लेकिन देश का नागरिक होते हुए हम अपनी तरफ से क्या और कैसे पहल कर सकते हैं , ये विचार हर किसी के मन में आता है। तो वल्र्ड फूड डे के मौके पर हम आपको कुछ ऐसे छोटे और आसान तरीके बता रहे हैं, जिनकी मदद से आप देश में भूख से बिलख रहे लोगों की मदद करने की पहल कर सकते हैं।
क्या कदम उठा सकते हैं हम-
- देश को भुखमरी से बचाने के लिए जरूरी है कि हम अन्न को वेस्ट ना करें। चावल का एक दाना भी किसी भूखे इंसान के काम आ सकता है। इसलिए कोशिश करें कि खाना वेस्ट ना हो।
- हममें से कई लोग भिखारियों को पैसे देते हैं। बेहतर हैं उनकी भूख मिटाने के लिए उन्हें खाना उपलब्ध कराया जाए।
- किसी भी गुरूद्वारे में गेंहू का दान आप दे सकते हैं। ध्यान रहे कि ये दान आप केवल गुरूदारों में ही करें, क्योंकि आपका दिया गया ये दान गरीबों तक दिल से और पूरी ईमानदारी के साथ पहुंचाया जाता है।
- आप रात में सड़क पर वॉक करते हुए किसी गरीब को भूखा देखें तो उसका पेट भरने के लिए उसे खाना उपलब्ध करा सकते हैं।
- कुछ महत्वपूर्ण मौकों पर खुद पर या दोस्तों पर पैसा खर्च न करते हुए इन लोगों पर पैसा खर्च कीजिए, जो हर दिन भूख से तड़प रहे हैं। इन मौकों पर इन लोगों की मिली दुआ भगवान के आशीर्वाद से कम नहीं होती।