
अपने पड़ौसी उत्तर कोरिया के बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण के जवाब में दक्षिण कोरिया ने भी मिसाइल दाग दी है। यह जवाबी कार्रवाई कुछ ही मिनटों के अंतर से हुई। शायद दक्षिण कोरिया पहले से ही तैयार था। दक्षिण कोरिया की मिलिट्री ने इसकी पुष्टि की है। अधिकारियों ने कहा कि मिनटों के भीतर ही उत्तर कोरिया के मिसाइल टेस्ट के जवाब में मिसाइल फायर की गई है। उत्तर कोरिया की इस हरकत से जापान नाराज हो गया है। वहां आपातकालीन बैठक बुलाई गई है।
जापान के PM SHINZO ABE ने कहा कि यह एक हिंसक कार्रवाई है और इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। अबे ने तुरंत आपातकालीन UN SECURITY COUNCIL की मीटिंग बुलाने की मांग की है। अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने भी जापान के सुर में सुर मिलाया है और यूएन सिक्योरिटी काउंसिल के सेशन की मांग की है। मीडिया रपटों के मुताबिक बुधवार की शाम को यूएन की बैठक हो सकती है।
शिंजो अबे ने कहा कि किसी भी भड़काऊ कार्रवाई के आगे हम नहीं झुकेंगे और प्योंगयांग पर अपना दबाव बनाए रखेंगे। बता दें कि एक हफ्ते पहले ही अमेरिका ने नॉर्थ कोरिया पर नए प्रतिबंध लगाए हैं और नॉर्थ कोरिया को आतंक का समर्थक देश बताया है।
WASHINGTON DC तक उत्तर कोरिया के निशाने पर
विशेषज्ञों का कहना है कि नॉर्थ कोरिया की बैलिस्टिक मिसाइल के दायरे में अब वाशिंगटन डीसी भी आ गया है। बता दें कि मध्य सितंबर के बाद यह पहली बार है जब नॉर्थ कोरिया ने मिसाइल टेस्ट किया है। सितंबर में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नॉर्थ कोरिया को आतंकवाद का समर्थन करने वाले देशों की सूची में शामिल किया था।
जापान के ECONOMIC ZONE में गिरी मिसाइल
अमेरिकी रक्षा सचिव जिम मैटिस ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उत्तर कोरिया ऐसी मिसाइल बनाने में लगा हुआ है, जो दुनिया में कहीं भी मार कर सकती है। अमेरिका सहित कई देशों ने इस पर आक्रोश भरी प्रतिक्रिया दी है। मैटिस ने कहा कि दो महीने की खामोशी के बाद प्योंगयांग ने अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च की है, जिसने अब तक की सबसे ज्यादा ऊंचाई हासिल की। नॉर्थ कोरिया की मिसाइल ने जापान सागर में कोई नुकसान तो नहीं पहुंचाया, लेकिन यह जापान के एक्सक्लूसिव इकोनॉमिक जोन में जाकर गिरी।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जो-इन ने कहा कि मिसाइल टेस्ट की आशंका थी और सरकार इससे निपटने की तैयारी कर रही है। मून ने कहा कि अन्य देशों के लिए कोई विकल्प नहीं बचा है कि नॉर्थ कोरिया पर दबाव बनाए रखें और प्रतिबंध लगाएं।
2018 तक NUCLEAR MISSILE
अमेरिकी मिलिट्री ने भी खबर की पुष्टि की है, मिसाइल लॉन्च के बारे में अमेरिका और जानकारी जुटा रहा है। इस तरह की मिसाइल का परीक्षण किम जोंग उन ने आखिरी बार सितम्बर में कराया था। साउथ कोरिया के मुताबिक, नॉर्थ कोरिया साल 2018 तक न्यूक्लियर मिसाइल लॉन्च करने में सक्षम हो जाएगा। गौरतलब है कि नॉर्थ कोरिया अपनी मिसाइलों को बेहतर बनाने के लिए लगातार परीक्षण कर रहा है। इसके पहले वह 22 मिसाइलों का परीक्षण कर चुका है।
अमेरिका के मुताबिक 2018 तक नॉर्थ कोरिया ऐसे विध्वंसकारी मिसाइलें बनाने में सक्षम हो सकता है जो अमेरिका तक मार करने में सक्षम होंगी। नॉर्थ कोरिया दिन-ब-दिन अपनी मिसाइल तकनीकि सुधारने पर काम कर रहा है। साल 2017 में नॉर्थ कोरिया ने ताबड़तोड़ मिसाइल परीक्षण किए हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए अमेरिका के रक्षा सचिव जेम्स मैटिस ने कहा है कि नॉर्थ कोरिया का मिसाइल लॉन्च पूरी दुनिया के लिए खतरा है। वहीं जापान ने कहा है कि इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।