MP POLICE टीम पर गुजरात में हमला, गिरोह ने खूंखार कैदियों को छुड़ाया, HC को किडनैप कर पीटा

इंदौर। मादक पदार्थों की तस्करी और लूट के आरोप में इंदौर की जिला जेल में बंद दो खूंखार कैदियों को मंगलवार सुबह पिस्टल और कट्टे लेकर आए बदमाश गुजरात के वालिया से फिल्मी अंदाज में छुड़ा ले गए। कैदियों के साथ बदमाश एक हेड कांस्टेबल को भी अगवा कर ले गए। उसके साथ मारपीट की और रुपए-मोबाइल लूटकर 20 किलोमीटर दूर जंगल में फेंक दिया। आरोपी बिहार और यूपी की कई गैंग से जुड़े हुए हैं। गुजरात सरकार ने स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) और लोकल क्राइम ब्रांच (एलसीबी) को जांच का जिम्मा सौंपा है।

जिला पुलिस लाइन (डीआरपी) में पदस्थ हेड कांस्टेबल मनरूप, कांस्टेबल मंशाराम, भरत और डोंगरे की टीम सोमवार सुबह कुख्यात बदमाश संतोष सिंह और बृजभूषण को वालिया (भरुच) कोर्ट पेशी पर गुजरात ले गए थे। मंगलवार सुबह करीब 11.30 बजे कट्टे और पिस्टल से लैस चार बदमाशों ने वालिया चौकड़ी क्षेत्र में पुलिसवालों को घेर लिया और गोली मारने की धमकी दी। आरोपियों ने संतोष और बृजभूषण को कस्टडी से छुड़ा लिया और कार से लेकर फरार हो गए। विरोध करने पर मनरूप को अगवा कर साथ में ले गए। उसके साथ मारपीट की और पांच हजार रुपए व मोबाइल लूटकर जंगल (वाड़ी) में फेंक दिया। घटना के करीब एक घंटे बाद बाइक सवार की मदद से मनरूप शहर पहुंचा और वालिया थाने में केस दर्ज करवाया।

सिपाही के मोबाइल से कॉल कर बुलाई थी गाड़ियां
फरार आरोपियों पर वालिया में वर्ष 2012 में लूट का केस दर्ज हुआ था। चारों पुलिसकर्मी उन्हें सोमवार सुबह ट्रेन से पेशी के लिए ले गए थे। मंगलवार सुबह 7.30 बजे वे अंकलेश्वर रेलवे स्टेशन पहुंच गए। आरोपी संतोष ने सिपाही मंशाराम के मोबाइल से कॉल कर दो कारें (स्विफ्ट और क्रेटा) मंगवाईं। एक कार में दो सिपाही और दोनों आरोपी बैठ गए। दूसरी में रायफलधारी सिपाही बैठे। कोर्ट खुलने में देरी होने के कारण आरोपी और सिपाही चौकड़ी स्थित एक दुकान पर नाश्ता करने चले गए। कुछ देर बाद दो बदमाश आए और पुलिसवालों पर पिस्टल तान दी। एक बदमाश ने संतोष को भी कट्टा दे दिया। आरआई के मुताबिक आरोपियों के खिलाफ वालिया थाने में केस दर्ज करवा दिया गया है। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।

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