
दरअसल, मानसून 15 जून को आने वाला था लेकिन लेट हो गया। दो दिन पहले केरल और मुंबई पहुंचने वाला मानसून अब कमजोर पड़ गया है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अब यह 15 की बजाय 18 जून को मप्र में दस्तक दे सकता है। इसकी दोनों अरब सागर और बंगाल की खाड़ी ब्रांच से फ्लो रुक गया है।
मौसम केंद्र के डायरेक्टर डॉ. अनुपम काश्यपि ने बताया कि ओडिशा और आंध्र प्रदेश कोस्ट में यह सक्रिय था। इधर दक्षिणी छत्तीसगढ़ में भी मानसून आ चुका है। डॉ. काश्यपि ने बताया कि प्रदेश के खरगोन, अालीराजपुर और खंडवा में बारिश तो हुई, लेकिन मापदंडों के लिहाज से पानी नहीं बरसा।