
कलेक्टर अभिजीत अग्रवाल गुरुवार को कराहल पहुंचे और मौके पर खड़े होकर मकान तुड़वाने की कार्रवाई शुरू कराई। कुछ देर बाद कलेक्टर निरीक्षण के लिए गांव चले गए। सहायक अध्यापक पाठक और एक महिला ललिता आदिवासी ने विरोध शुरू कर दिया। बाद में श्योपुर से महिला पुलिस व अन्य फोर्स मौके पर बुलवाया गया। पुलिस और प्रशासन की सख्ती के आगे सहायक अध्यापक कुछ नहीं कर पाए और देखते ही देखते जेसीबी से मकान जमीदोज कर दिया। यह मकान तीन-चार साल पहले बनाया गया था।
कलेक्टर ने गार्ड भेजकर सचिव को तौलिया में बुलवाया:
कलेक्टर अग्रवाल ग्राम पंचायत बाढ़ पहुंचे। पूर्व सचिव अतरसिंह यादव द्वारा 5 लाख रुपए से अधिक का गबन किया है। कलेक्टर ने कहा कि शासन के पैसे हजम कर लिए। उन्होंने जनपद सीईओ को फटकार लगाई। बाद में पंचायत इंस्पेक्टर विश्नाथ सिंह तोमर, सीईओ पीएन स्वामी के साथ अपना सुरक्षा गार्ड भेजकर सचिव को बुलाने भेजा। सचिव को तौलिया में ही कलेक्टर के सामने लाकर खड़ा कर दिया। मौके पर ही जेल भेजने की कार्रवाई की।
सचिव के खिलाफ FIR के निर्देश
आंगनबाड़ी केंद्र का नया भवन घटिया बनने पर कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए। पंचायत में तब सचिव दीपसिंह रजावत था, जो वर्तमान में हत्या के प्रकरण में जेल में बंद है। कलेक्टर ने कहा कि गबन करने पर संबंधित के खिलाफ एक और एफआईआर दर्ज कराएं। कार्यकर्ता सविता आदिवासी को मुख्यालय पर रहने की हिदायत दी। 15 दिन का समय देकर कहा कि कराहल से अपडाउन बंद कर दें। वहीं पंचायत में 45 शौचालय बने हैं जो घटिया हैं। कलेक्टर ने पुन: निर्माण के निर्देश दिए हैं। फर्जीवाड़े में शामिल महिला सरपंच गुड्डी आदिवासी के साथ प्रतिनिधि के रूप में उसके पति के खिलाफ भी जांच कराने के निर्देश दिए हैं। सरपंच को पद से हटाकर पति-पत्नी को जेल भेजने की बात कलेक्टर ने कही। तमाम शिकायत पहुंचने पर कलेक्टर गांव का जायजा लेने पहुंचे थे।