भोपाल। पुलिस मुख्यालय से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, 2016 में जनवरी से जून तक यानी छह महीने में 6.71 प्रतिशत महिला अपराध बढ़े हैं। बीते साल 2015 में जनवरी से जून तक कुल 24233 महिला अपराध घटित हुए, जबकि इस साल जून तक 25860 अपराध दर्ज किए गए। मतलब प्रतिदिन 142 महिलाएं आपराधिक घटनाओं का शिकार हुईं। महिला अपराध शाखा की एडीजी अरुणा मोहन राव इसे मामूली बढ़ोत्तरी मानतीं हैं।
- पुलिस मुख्यालय के आंकड़ों पर नजर डालें तो हत्या के अपराधों में कमी आई है।
- हत्या के प्रयास में करीब 16 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई।
- साधारण मारपीट, छेड़छाड़, अपहरण, दहेज हत्या, दहेज प्रताड़ना, आगजनी, धमकी, मानव तस्करी और बाल अपराध की घटनाओं में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई।
यदि केवल महिलाओं से जुड़े मामले देखें तो बलात्कार के मामलों में 3.44% की कमी आई है, लेकिन छेड़छाड़ के मामले 3.30% बढ़ गए हैं। अपहरण के मामले 4% से ज्यादा बढ़े हैं। आत्महत्या के मामलों में 2% की कमी आई है लेकिन दहेज हत्या के मामले 15% बढ़ गए हैं। दहेज प्रताड़ना के मामलों में रिकार्ड 33% की वृद्धि दर्ज की गई है। मप्र में मानव तस्करी तेजी से बढ़ रही है, मात्र 6 माह में 14% मामले बढ़ गए जबकि सरकार बाल विवाह रोकने में पूरी तरह से नाकाम रही है। मप्र में बाल विवाह 100% बढ़ गए।