
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज मंत्रालय में उच्च-स्तरीय बैठक में स्मार्ट सिटी की समीक्षा की। उन्होंने स्मार्ट सिटी के लिये प्रस्तावित शिवाजी नगर की हरियाली और जन-भावनाओं का आदर करते हुए ऐरिया बेस्ड स्मार्ट सिटी नार्थ टी.टी. नगर में विकसित करने का निर्णय लिया।
उन्होंने कहा कि शिवाजी नगर की हरियाली और आबादी तथा उसकी विशिष्टताओं को ध्यान रखते हुये वहाँ हाईराईज बिल्डिंग बनाना उचित नहीं लगा, इसीलिये नार्थ टी.टी. नगर में पहले से खाली पड़ी भूमि पर स्मार्ट सिटी बनाने का निर्णय लिया। इसके साथ ही शहर के स्वरूप को ध्यान में रखते हुए खुले नालों को बंद किये जाने तथा पेड़ लगाने तथा अन्य व्यवस्थाएँ करवाये जाने का निर्णय लिया गया।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को नार्थ टी.टी. नगर में खाली पड़ी भूमि में स्मार्ट सिटी विकसित करने की तैयारी के निर्देश दिये। यहाँ पर 280 हेक्टेयर भूमि उपलब्ध है। शिवाजी नगर में 332.98 एकड़ भूमि में स्मार्ट सिटी विकसित करना प्रस्तावित था। इसमें आवासीय, व्यावसायिक परियोजनाएँ और लोक सुविधाएँ विकसित की जाना थी।
बैठक में मुख्य सचिव श्री अन्टोनी डिसा, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस और श्री एस.के. मिश्रा, आयुक्त नगरीय विकास श्री विवेक अग्रवाल, महापौर श्री आलोक शर्मा, कलेक्टर श्री निशांत वरवड़े एवं आयुक्त नगर निगम सुश्री छवि भारद्वाज एवं वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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