
इस आदेश के बाद कई कैंडिडेटस असमंजस में पड़ गए लेकिन बेरोजगार युवकों ने नौकरी के लिए चड्ढ़ी में एग्जाम देने के लिए भी तैयार हो गए. क्लर्क एग्जाम में 1100 से ज्यादा कैंडिडेट्स नंगे बदन एग्जाम में एपीयर हुए. कैंडिडेंट्स ने जमीन और जांघ को टेबल बनाकर एग्जाम देना शुरू कर दिया. मैदान काफी उबड़ खाबड़ था लेकिन बेरोजगार युवकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
सेना भर्ती बोर्ड के डायरेक्टर कर्नल बीएस गोधारा ने मीडिया को बताया कि हमारा पुराना एक्सपीरियंस बुरा रहा है. लिखित परीक्षा में कोई गड़बड़ी की न हो और कैंडिडेट चीटिंग न करें, इसलिए इस तरह से परीक्षा ली गई है.