भोपाल। निर्धारित समय से 1 महीने पहले स्थगित हुई मप्र विधानसभा का अनिश्चित काल के लिए स्थगन पहले से ही तय कर लिया गया था। इसके लिए प्रशासनिक तैयारियां भी पहलीे ही कर ली गईं थीं।
गुरूवार को मप्र की विधानसभा में जो कुछ भी हुआ उसकी स्क्रिप्ट बुधवार को ही लिख ली गई थी। इसके लिए प्रशासनिक तैयारियां भी कर लीं गईं थी। बुधवार को वित्त विभाग के अफसरों ने मंत्रालय में रात एक बजे तक अनुपूरक बजट का प्रस्ताव तैयार कर कैबिनेट के लिए 300 कॉपियां तैयार कर ली थीं।
गुरूवार की सुबह सत्र के शुरू होते ही संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने परंपराओं के विरुद्ध जाते हुए कांग्रेस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पेश कर दिया। पहले से तय था कि कांग्रेस आपत्ति उठाएगी और सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया जाएगा। बाहर निकलकर कांग्रेस पर आरोप मढ़ दिया जाएगा कि उसके शोर शराबे के कारण सदन स्थगित करना पड़ा।