हेल्थ कमिश्नर के खिलाफ कर्मचारी संघ की चेतावनी

भोपाल। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के कर्मचारियों के दफ्तर में देरी से आने पर सख्ती बरती गई है। स्वास्थ्य आयुक्त पंकज अग्रवाल ने 55 कर्मचारियों के आधे दिन की तनख्वाह काट दी है। कर्मचारी संघ ने विरोध जताते हुए कहा है कि सामान्य प्रशासन विभाग के नियमों के विपरीत कार्रवाई हुई है। आयुक्त ने रजिस्टर कब्जे में लेकर हाजिरी नहीं लगाने दी थी।

प्रदेश में लगातार अमानक दवाइयों के मामलों का खुलासा हो रहा है। इसके चलते स्वास्थ्य आयुक्त पंकज अग्रवाल को शासन ने खाद्य नियंत्रक का प्रभार सौंप दिया है। अग्रवाल ने 13 जनवरी को अचानक विभाग का दौरा किया था। वे सुबह 10.25 बजे कार्यालय पहुंच गए थे। यहां देरी से आने वाले सभी कर्मचारियों का वेतन काट दिया गया।

मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रांताध्यक्ष अस्ण द्विवेदी ने कहा कि आयुक्त ने नियमों से परे कार्रवाई की है। उन्होंने समय से पहले पहुंचकर हाजिरी रजिस्टर कब्जे में ले लिया था। समय पर आने पर भी हाजिरी नहीं लगाने दी।

वैसे भी जीएडी के नियमों में साफ लिखा है कि रजिस्टर पर तीन बार क्रॉस लगने पर एक दिन का वेतन काटा जा सकता है। संयुक्त संचालक के टीप लिखने के बाद भी आयुक्त ने दबाव के लिए कार्रवाई की है। कर्मचारी आंदोलन करेंगे।

आयुक्त ने संचालनालय की शिकायत शाखा में पदस्थ रजनी मोहतेवार को भी निलंबित कर दिया है। उनके खिलाफ गलत ढंग से फाइल प्रस्तुत करने पर कार्रवाई की गई है। इस महीने में अभी तक लगभग 15 डॉक्टर- कर्मचारी निलंबित हो चुके हैं।

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!